BrahMos Supersonic Missile: भारत की तरफ से देखा जाये तो चीन और पाकिस्तान अब चाह कर भी खुद को बचा नहीं सकता है। जी हां, दुश्मनों के हर मंसूबे को विफल करने को तैयार हो गया है भारत का सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस। दरअसल, बीते रविवार को भारतीय नौसेना ने अपने खतरनाक युद्धपोत आइएनएस मोरमुगाओ (D67) विध्वंसक से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण करके दुश्मनों में खलबली मचा दी है।
मालूम हो यह INS मोरमुगाओ (D67) विध्वंसक का पहला पहला ब्रह्मोस परीक्षण था। आइएनएस मोरमुगाओ विध्वंसक ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल फायरिंग के साथ एक लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। प्रोजेक्ट 15बी के तहत भारतीय नौसेना में विशाखापट्टनम श्रेणी का यह दूसरा विध्वंसक है। इस युद्धपोत को दिसंबर 2022 में भारतीय नौसेना कमीशन में शामिल किया गया था। तो चलिए अब आपको बताते हैं इसकी प्रमुख खासियतों से परिचित करवाते हैं।
भारत की इस मिसाइल की खासियत
इस खतरनाक युद्धपोत को भारतीय नौसेना के वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया है। इसकी लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है। युद्धपोत का वजन करीब 7400 टन है। इस युद्धपोत ने भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है। INS मोरमुगाओ का नामकरण पश्चिमी तट पर गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह शहर के नाम पर रखा गया है।
भारत का खतरनाक युद्धपोत
यह स्वदेशी और भारत के खतरनाक युद्धपोतों में से एक है। INS मोरमुगाओ नौसेना का सबसे शक्तिशाली विध्वंसक है। यह 30 समुद्री मिल की अधिक गति से भी चल सकता है। INS मोरमुगाओ ब्रह्मोस और बराक-8 जैसी मिसाइलों से लैस है। इसमें इजराइल का रडार एमएफ-स्टार लगा है, जो हवा में लंबी दूरी के लक्ष्य का पता लगा सकता है। 127 मिलीमीटर गन से लैस INS मोरमुगाओ 300 किलोमीटर दूर से लक्ष्य को निशाना बनाने में भी सक्षम है। इस पर AK-630 एंटी मिसाइल गन सिस्टम लगा है।
परमाणु, जैविक युद्ध लड़ने में सक्षम
यह युद्धपोत परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध लड़ने में बेहद लाभकारी है। भारतीय नौसेना के पास इस तरह के चार ‘विशाखापत्तनम’ श्रेणी के विध्वंसकों हैं। यह जहाज ‘मोरमुगाओ’ पी15 ब्रेवर क्लास का दूसरा जहाज है। यह जहाज सभी हथियारों और सेंसर के साथ पूरी तरह से तैयार है और किसी भी तरह की ऑपरेशनल डिप्लॉयमेंट के लिए तैयार है।