Iran Hypersonic Missiles: इस वक्त दुनिया के कई देशों में जंग के हालात देखने को मिल रहे हैं। इधर रूस यूक्रेन पर लगातार हमले जारी रखे हुए है और अब तो रूसी सेना भारी मात्रा में यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलें दाग रही है और कब्जा की पूरी कोशिश कर रही है। ईरान के सुसाइड ड्रोन यूक्रेन में भारी तबाही मचा रहे हैं जिनका इस्तेमाल रूसी सेना कर रही है। तो वहीं अब ईरान (Iran) की तरफ से एक दावा किया है जो इजरायल और अमेरिका के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। दरअसल,ईरान का दावा है कि यह हथियार मिसाइलों की दुनिया में एक बहुत बड़ी छलांग है। फिलहाल इस तरह की किसी मिसाइल के प्रक्षेपण की जानकारी ईरान की तरफ से नहीं मिली है। पश्चिमी देश हथियारों को लेकर ईरान के दावों पर संदेह प्रकट करते हैं।
ईरान की तरफ से रिवोल्यूशनरी गार्ड के एयरोस्पेस कमांडर ने यह दावा किया है कि ईरान ने एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण किया है। ईरान की सेमी-ऑफिशियल न्यूज एजेंसी Tasnim ने इसकी जानकारी दी है। ये दावे क्षेत्र में ईरानी मिसाइल क्षमताओं के बारे में चिंताओं को बढ़ा सकते हैं। यह दुश्मन के एडवांस एंटी-मिसाइल सिस्टम को टारगेट कर सकती है और मिसाइलों की दुनिया में एक लंबी छलांग है।’ हाइपरसोनिक मिसाइलें ध्वनि की गति से कम से कम पांच गुना तेज और एक जटिल पथ पर उड़ान भर सकती है, जिससे उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। हालांकि ईरान की ओर से इस तरह के किसी मिसाइल टेस्ट की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
ईरान के दावों में है कितना दम?
इजरायल और अमेरिका के पास फ़िलहाल हाइपरसोनिक मिसाइलें नहीं हैं। लेकिन रूस और चीन के पास यह हथियार है और उत्तर कोरिया इसका दावा करता है। पश्चिम की मानें तो ईरान के दावों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। खबरों के मुताबिक ईरान ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बीच एक बड़ा घरेलू हथियार उद्योग विकसित किया है। लेकिन पश्चिमी सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि ईरान कभी-कभी अपनी हथियार क्षमताओं को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है। इससे पहले ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने उपग्रह ले जाने वाले वाले एक नए रॉकेट का प्रक्षेपण किया था।
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम ईरान का रॉकेट?
सरकारी समाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ ने बताया कि रॉकेट पृथ्वी से लगभग 500 किलोमीटर (310 मील) की दूरी पर 80 किलोग्राम (176 पाउंड) वजन वाले उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने में सक्षम होगा। अमेरिका ने इस तरह की कार्रवाइयों को ‘अस्थिर करने वाला’ करार दिया है क्योंकि उसका मानना है कि स्पेस लॉन्च व्हीकल्स का इस्तेमाल परमाणु हथियार ले जाने के लिए किया जा सकता है।