Hindi News

indianarrative

क्या बंटवारे की ओर बढ़ रहा है Pakistan? बांग्लादेश के बाद अब कौनसा हिस्सा होगा अलग?

क्या बंटवारे की ओर बढ़ रहा है Pakistan?

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान (Pakistan) में जारी घमासान का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इमरान ने एक वीडियो जारी कर चेतावनी दी है कि पाकिस्तान एक बार फिर बांग्लादेश की तरह दूसरे बंटवारे की ओर बढ़ रहा है।पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत की कार्यवाहक सरकार ने बुधवार को इमरान खान पर अपने घर में आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया। इसके साथ ही पुलिस ने लाहौर में इमरान के घर को घेर लिया। उसके बाद एक वीडियो संदेश में इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान तबाही की ओर बढ़ रहा है और फिर से पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. इमरान खान ने पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन पर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।

वीडियो में इमरान ने कहा कि उन्हें बुरे सपने आ रहे हैं और देश तबाही की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने सत्तारूढ़ ताकतों से चुनाव की अनुमति देने और देश को बचाने की अपील की। इस सारी उथल-पुथल और राजनीतिक अस्थिरता का एकमात्र समाधान चुनाव कराना है। इमरान ने कहा कि पीडीएम (पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट) के नेता और लंदन में रहने वाले नवाज शरीफ को संविधान का अपमान करने, सरकारी संस्थानों को तबाह करने और पाकिस्तानी सेना को बदनाम करने की परवाह नहीं है। वह केवल अपने लाभ को देख रहा है और लूटे गए धन को बचाने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं बार-बार कह चुका हूं कि मैं सरकारी संस्थाओं के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। जब मेरे पास पक्की खबर थी कि पूर्व सेना प्रमुख मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं, मैंने तब भी हस्तक्षेप नहीं किया।” पीटीआई अध्यक्ष ने दावा किया कि कुछ नेता वर्तमान सेना प्रमुख से कह रहे हैं कि इमरान खान (Pakistan) सत्ता में आ गये तो उन्हें पद से हटा देंगे। खान के जमां पार्क स्थित घर में करीब 40 आतंकवादियों के छिपे होने के पंजाब सरकार के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को तलाशी वारंट प्राप्त कर कानूनी तरीके से उनके घर की तलाशी ले लेनी चाहिए क्योंकि आतंकियों की मौजूदगी में उनकी खुद की जिंदगी खतरे में है।

यह भी पढ़ें: Pakistan का China काम का नहीं, सिर्फ़ फ़ायदा का गहरा दोस्त