खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि वो अभी जिंदा है। पहले सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक पन्नू के मारे जाने की खबरें आई थी। पन्नू ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने से एक वीडियो जारी करके सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने वीडियो में भारतीय राजनयिकों को आतंकी नज्जर की हत्या का जिम्मेदार ठहराया है। इस वीडियो में उसने कहा है कि खालिस्तान के लिए कनाडा में जल्द ही वोटिंग किया जाएगा।साथ ही उसने एक बार फिर से कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में भारतीय राजनयिकों को धमकी दी है।
वीडियो में पन्नू UN मुख्यालय के बाहर दिखाई दे रहा है,साथ ही पन्नू वीडियो में कह रहा है कि मैं संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर खड़ा हूं। पन्नू ने कहा कि आगामी 16 जुलाई को मालटोन में खालिस्तान की वोटिंग होगी।उसके बाद 10 सितंबर को कनाडा के बैकुंवर में वोटिंग होगी। एक ओऱ जहां पन्नू ने नज्जर की हत्या में भारतीय राजनयिकों को जिम्मेदार ठहराया है,वहीं उसने कहा कि मैं यहीं हूमं जिसे मिलना हो मिलने आ जाओ।
SFJ General Counsel Gurpatwant Pannun’s 5th July Message From UN Headquarters. @SikhPA @stephendziedzic @majorgauravarya @puneet_sahani @JaipurDialogues @AdityaRajKaul @cherylbenson @Colinfreeze @HinduAmerican @austhindu @RiteshLakhi @GurpreetSSahota pic.twitter.com/gnDWzIKvBP
— Jagdeep Singh (Journalist) (@NyJagdeepsingh) July 6, 2023
दरअसल, आतंकी नज्जर की हत्या के बाद खालिस्तानी आतंकी डर के साये में जी रहे हैं,और जहां तहां छिपते छिपाते फिर रहे हैं। पन्नू भी काफी दिनों से दिख नहीं रहा था। जब उसकी मौत की अफवाह पूरी दुनिया में आने लगी,तो वह वीडियो के जरिए सबके सामने आया है। साथ ही पन्नू ने वीडियो के माध्यम से भारतीय राजनयिकों को धमकी दी है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक अपवाह तेजी से वायरल हो गया था कि खालिस्तानी आतंकी पन्नू अमेरिका में हुए एक सड़क हादसे में मारा गया। हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने ख़बर को खारिज कर दिया था।
इधर पन्नू को भारत सरकार ने 2020 में आतंकी घोषित किया था। पन्नू को पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI का आदमी भी बताया जा रहा है। खूफिया एजेंसी का दावा है कि पन्नू ISI का पिठ्ठू है,जो अक्सर भारत विरोधी ताक़तों को मजबूत करने और भारत खो धमकी देने का काम करते रहता है। साथ ही वह दुनिया भर में खालिस्तान को लेकर जनमत संग्रह करा रहा है।