Hindi News

indianarrative

पाकिस्तान का एक और विभाजन! खैबर पख्तूनख्वा पर TTP का कब्जा

Terrorist block road khyber pakhtunkhwa gilgit baltistan

Khyber Pakhtunkhwa Terrorist: पाकिस्तान जब आतंकियों को जब जन्म दे रहा था तब उसे पता नहीं था कि एक दिन उसके यही आतंकी उसके लिए नासूर बन बैठेंगे। अभी तक तो पाकिस्तान के आतंकी देश को दो टूकड़ों में बांटने की धमकी दे रहे थे। लेकिन, अब पाकिस्तान के यही आतंकी देश को दो टूंकड़ों में बांट दिया है। बाजवा की आर्मी भी कुछ नहीं कर सकी है। यह कोई और नहीं बल्कि, पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा (khyber Pakhtunkhwa Terrorist) इलाका है जहां पर टीटीपी का कब्जा होने की खबर आ रही है। टीटीपी इसी क्षेत्र पर काफी समय से अपनी सरकार बनाने के लिए कह रहा है। उसका कहना है कि वो यहां पर अपनी सरकार बनाएगा और शरिया कानून लागू करेगा। पाकिस्तान के मंत्री कश्मीर पर दुनिया के सामने झूठी खबर फैलाते रहे और इधर उनके ही देश में दो टुकड़े हो गये। इनसे अपना देश तो संभल नहीं पा रहा है ये भारत में टांग अड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत के बजाय अगर पाकिस्तान (Khyber Pakhtunkhwa Terrorist) अपने मुल्क पर ध्यान दिया होता तो आज उसे दो टुकड़े का डर नहीं होता। उसके अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।

यह भी पढ़ें- दुनिया के सामने कटोरा लेकर भीख मांग रहा कंगाल पाकिस्तान, अब इस देश के पैरों में जा गिरा

खैबर पख्तूनख्वा को गिलगित-बाल्टिस्तान से जोड़ने वाला रास्ते ब्लॉक

जिस पर आतंकियों ने कब्जा किया है वो पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा इलाका है। आतंकियों ने खैबर पख्तूनख्वा को गिलगित-बाल्टिस्तान से जोड़ने वाले रास्ते को ही ब्लॉक कर दिया है, जहां सीनियर मंत्री और कई पर्यटक फंसे हुए हैं। इनकी मांग है कि, जेल में बंद उनके साथियों की रिहा किया जाए। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर साझा की गई वॉयस क्लिप में मंत्री अबैदुल्ला बेग को यह कहते सुना जा सकता है कि वह इस्लामाबाद से गिलगित जा रहे थे, तभी आतंकियों ने नाकेबंदी कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक मोस्ट वांटेड आतंकवादी कमांडर हबीबुर रहमान और उसके साथियों ने शुक्रवार को शाम करीब 4 बजे डायमेर के चिलास के ठाक गांव में सड़क जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ के यात्री फंस गए। रहमान पर नंगा पर्वत में 10 विदेशियों की हत्या का आरोप है। ये दहशतगर्द इन विदेशियों की हत्या और डायमेर में अन्य आतंकवादी घटनाओं में शामिल लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

चल रही बातचीत
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, जिले के राजनीतिक नेता और अधिकारी उग्रवादियों के साथ बातचीत में लगे हुए हैं। पुलिस की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। मंत्री का एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि कमांडरों के साथ बातचीत चल रही है, जिनकी दो बुनियादी मांगें हैं।

यह भी पढ़ें- इतने साल चलेगा रुस-यूक्रेन युद्ध! Baba Vanga की भविष्यवाणी ने मचाई खलबली

अपने लोगों से अमेरिका ने कहा पाकिस्तान जाने से बचें
उधर अमेरिका ने अपने नागरिकों को आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने के लिए कहा है। यूएस के विदेश मंत्रालय ने यात्रा परामर्श में अपने नागरिकों से आतंकवाद और अपहरण की घटनाओं के कारण बलूचिस्तान व पूर्व संघ शासित कबायली क्षेत्र (एफएटीए) समेत खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत की यात्रा नहीं करने की अपील की। अमेरिका ने ‘स्तर-तीन’ का परामर्श जारी करते हुए कहा है, ‘आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के कारण पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करें। कुछ इलाकों में खतरा बढ़ गया है। ऐसे में पाकिस्तान को शर्म आनी चाहिए कि कोई देश अपने लोगों को उसके यहां पर यात्रा करने के लिए मना कर रहा है। लेकिन, पाकिस्तान को भारत के नाम पर दुनिया में रोना है।