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दुनिया को दिखे Jack Ma, कैसे हो गये हैं! Jinping की आलोचना के बाद से थे गायब

Alibaba Founder Jack Ma in Japan

Alibaba Founder Jack Ma in Japan: चीन में इस वक्त भारी बवाल चल रहा है। लोग शी जिनपिंग सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। चीनी सरकार के गलत नीतियों का असर जनता पर इस कदर पड़ा की वो बिफर पड़े। बात आज की नहीं है बल्कि, चीन के नागरिकों पर सरकार कई बरसों से ही शोषण करते आ रही है। लेकिन, आवाज अब उठनी शुरू हुई है। चीन की जीरो कोविड पोलिसी जानलेवा है और इसी के चक्कर में सरकार के खिलाफ लोगों ने आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। इस बीच चीन के सबसे ताकतवर बिजनेसमैन और सबसे अमीर शख्स जैक मा (Jack Ma) को लेकर बड़ी खबर आ रही है। जैक मा (Alibaba Founder Jack Ma in Japan) ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना की थी जिसके बाद से वो गायब थे। चीन में ऐसा होना आम है कि अगर कोई सरकार के खिलाफ एक शब्द भी बोला तो वो अगले ही दिन गायब कर दिया जाएगा। क्यों ने वो देश का कितना भी बड़ा चेहरा और पैसे वाला हो। यही जैक मा के साथ हुआ। चीनी राष्ट्रपति की आलोचना करना उनके लिए भारी पड़ गया। जैक मा को जापान की राजधानी टोक्यो (Alibaba Founder Jack Ma in Japan) में देखा गया है। वो करीब छह महीने से सेंट्रल टोक्यो में रह रहे हैं। वर्ष 2021 में जब उनके गायब होने की खबरें आईं तो पूरी दुनिया हैरान रह गईय़ इसके बाद से ही हर कोई ये जानने की कोशिश करने लगा कि आखिर जैक मा हैं कहां।

जापान में काफी लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहे जैक मा
जैक मां चीन के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी अलीबाबा के फाउंडर हैं। फाइनेंशियल टाइम्‍स की तरफ से जानकारी दी गई है कि जैक मा अपने परिवार के साथ जापान में रह रहे हैं। जैक मा के ठिकाने की जानकारी रखने वाले लोगों की मानें तो टोक्‍यो में जैक मा काफी लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहे हैं। वह अपना पर्सनल शेफ और सिक्‍योरिटी साथ लेकर आए हैं। साथ ही सार्वजनिक तौर पर भी बहुत कम ही नजर आते हैं। जापान में कई महीनों के निवास के दौरान जैक मा अपने परिवार के साथ गर्म पानी के झरने से लेकर स्‍की रिसॉर्ट तक गए हैं। जापान में मॉडर्न आर्ट से जुड़े लोगों काहना है कि, मा अब तक उत्साही संग्रहकर्ता बन गये हैं। चीन में अरबपति मा के करीबी दोस्तों की मानें तो उन्हें पेंटिंग का काफी शौक है। जब भी उन्हें वक्त मिलता है वो पेंटिंग बनाते हैं। साथ ही कुछ लोग मान रहे हैं कि, जापान में वो अपने बिजनेस को विस्तार देने के लिए आए हैं। हालांकि, जैक मा की कंपनी द एंट ने इस खबर पर कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है।

जापान से कई बार बाहर अमेरिका और इजरायल भी गये
जापान के अलावा जैक मा अमेरिका और इजरायल भी गये हैं। दो साल पहले चीन की एजेंसियों की ओर से कड़े नियम लागू कर दिये गये। इशके बाद जैक मा ने इन नियमों की कड़ी आलोचना की थी। बस इसी के बाद से सरकार उनके पीछे पड़ गईय़ जैक मा ने देश के केंद्रीय बैंकों पर साहुकार की मानसिकता तक रखने का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही जैक मा की कंपनियों ऐंट और अलीबाबा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।

चीन लौटा तो जिनपिंग छोड़ेंगे नहीं
चीनी एजेंसी ने एंट की 37 अरब डॉलर वाली पब्लिक ऑ‍फरिंग को बंद कर दिया था। साथ ही अलीबाबा पर भी 2.8 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था। चीनी अधिकारियों के साथ टकराव के बाद से ही जैक मा को स्पेन और नीदरलैंड सहित विभिन्न देशों में देखा गया। जैक मा चीन के कड़े क्वारंटाइन नियमों के खिलाफ हैं। ऐसे में अगर वो चीन वापस लौटते हैं तो उनके लिए मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही वो देश की राजनीतिक मुद्दों से भी बचना चाहते हैं। उनकी सोशल एक्टिविटीज के तहत प्राइवेट क्लबों में शामिल होना शामिल है। इनमें से एक क्‍लब टोक्यो के स्वाश गिन्जा जिले में स्थित है और दूसरा इंपीरियल पैलेस वाले मारुंची में है। गिन्जा क्लब में चीन के सबसे अमीर लोग आते हैं। ये वो लोग हैं जो या तो टोक्‍यो में रहने लगे हैं या फिर किसी दूसरे देश की यात्रा से आते हैं।

क्‍या कहते हैं करीबी
जापान में मॉर्डन आर्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि मा अब एक उत्‍साही संग्रहकर्ता बन गए हैं। चीन में अरबपति मा के करीबी दोस्‍तों की मानें तो उन्‍हें पेंटिंग का काफी शौक है। जब कभी भी वह बिजी शेड्यूल से फ्री होते हैं तो इसमें ही समय बिताते हैं। वहीं कुछ लोग मान रहे हैं कि मा जापान में अपने बिजनेस को विस्‍तार देने के लिए आए हैं। जैक मा की कंपनी द एंट ने इस खबर पर कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है।