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Mossad की कमान पहली बार एक महिला के हाथ, खतरनाक है इजरायल की ‘एजेंट A’

Mossad की कमान पहली बार महिला एजेंट के हाथ

दुनिया टॉप खुफिया एजेंसियों में से एक इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) ने कई ऐसे खतरनाक मिशनों को अंजाम दिया है कि जिसके बारे में सोचना भी मुश्किल है। इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद (Mossad) ने एक बड़ा फैसला लिया है जो इसके इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है। मोसाद (Mossad) में डायरेक्टर के पद पर पहली बार किसी महिली की नियुक्ति की गई है। इस बात की घोषणा इंटेलीजेंस एसेंजी की ओर से की गई है।

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एजेंट Aअब बतौर इंटेलीजेंस अथॉरिटी डायरेक्‍टर मोसाद के ऑपरेशंस को देखेंगी। इसके साथ ही ईरान डेस्‍क पर भी पहली बार एक महिला को अप्‍वाइंट किया गया है। फिलहाल इन दोनों को ही एजेंट A और K नाम दिया गया है। हिब्रू में इन्‍हें एल्‍फ और कुफ के तौर पर जाना जा रहा है। मोसाद के डायरेक्‍टर डेविड बारनेया ने कहा कि संगठन में महिला और पुरुषों के साथ पूरी तरह से समानता का व्‍यवहार होता है। एजेंट ए पिछले 20 सालों से मोसाद के साथ हैं। उनका यह नया पद उन्हें इजरायल डिफेंस फोर्सेस (IDF) में मिल्ट्री इंटेलीजेंस के मुखिया के बराबर ले आया है।

एजेंट ए पर रणनीतिक इंटेलीजेंस को तैयार करने की जिम्‍मेदारी है। उन्‍हें अरब समुदाय के साथ इजरायल के संबंधों को सामान्‍य करने, ईरान के परमाणु प्रोग्राम पर नजर रखने और वैश्विक आतंकवाद के मसले को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर डील करने का जिम्‍मा सौंपा गया है। इसके अलावा एजेंट के की बात करें तो, मोसाद के ऑपरेशंस को देखने और इंटेलीजेंसी एजेंसी के सैंकड़ों उन कर्मियों पर भी नजर रखनी होगी जो इंटेलीजेंस कलेक्शन एनालिसिस और रिसर्च से जुड़े हैं। दो महीने पहले एल्फ ने एक कार्यक्रम में कहा था कि, मैं इस प्रतिष्ठित मंच को ही महिला के लिउ उपयोगी बनाना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि सभी महिलाएं अपने अंदर मौजूद क्षमता को समझें और आगे बढ़ें।’ एजेंट K के अलावा उनके साथ उनकी डिप्टी एजेंट H को भी नियुक्त किया गया है।

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मोसाद की ईरान डेस्‍क पर तैनात हुईं कुफ पर संगठन की उस रणनीति को मजबूत करना है जो ईरान के खतरों से निबटने में उनकी मदद करेंगी। साथ ही हर स्‍पेशल ऑपरेशन के को-ऑर्डिनेट करना और आईडीएफ की टेक्‍नोलॉजिकल और इंटेलीजेंस ब्रांच के साथ मिलकर काम करना उनकी अहम जिम्‍मेदारी होगी। बता दें कि, मोसाद में 30 साल पहले एलिजा मैगेन को बतौर डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। इसके बाद अब इन दो नियुक्तियों को सबसे अहम करार दिया जा रहा है।