यूक्रेन से जंग के बीच क्रेमलिन बहुत बड़ा धमाका किया है। यह धमाका किसी वास्तविक न्यूक्लियर बम (Nuclear Bomb) जैसा ही है। अमेरिका नाटो और यूरोपियन यूनियन की सांसें थम गई हैं। अभी तक लोग यह कह रहे थे कि रूस लो इनटेंसिटी की न्यूक्लियर बम (Nuclear Bomb) यूक्रेन पर दाग सकता है। लेकिन क्रेमलिन ने साफ किया है कि युद्ध में भावना और संवेदनाओं के सहारे नहीं लड़ा जाता न युद्ध इसकी इजाजत देता है। रूस यूक्रेन खिलाफ न्यूक्लियर बम (Nuclear Bomb) का इस्तेमाल करेगा तो पूरी क्षमता वाले बम को ही दागेगा।
मास्को में मीडिया के एक सवाल के जवाब में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि युद्ध कमाण्डरों को अपनी राय रखने और युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियारों से दुश्मन को होने वाले नुकसान का आंकलन करने का अधिकार है। वो अपने आंकलन को सुप्रीम कमाण्डर तक भी पहुंचा सकते हैं। किंतु जब सवाल न्यूक्लियर बम के इस्तेमाल की है तो फिर कम नुकसान या ज्यादा नुकसान, संवेदना या भावना आड़े नहीं आएगी। इसका मतलब साफ है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ न्यूक्लियर बम के इस्तेमाल का पक्का इरादा और तैयारी कर चुका है। समय-तारीखा और स्थान का सिलेक्शन भी लगभग किया जा चुका है।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को संदेश भिजवा दिया गया है कि वो अपने सभी हथियार इस्तेमाल कर लें और अगर चाहें तो नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर भेज दें। रूसी सेनाएं कीव को हासिल करके ही रहेंगी। क्यों कि जेलेंस्की ने ऐसा माहौल बना दिया है जहां समझौते की संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं। रूसी राष्ट्रपति पुतिन जेलेंस्की को कई बार संदेश दे चुके हैं कि वो जिद छोड़ें और समझौता टेबल पर आकर बैठें ताकि यूक्रेन को और अधिक नुकसान न पहुंचे।
रूस की मंशा भांपते हुए यूक्रेनी सेना के दूसरे नम्बर सर्वोच्च कमाण्डर लेफ्टिनेटं जनरल सरगेई नायेव ने कहा कि एक दिन पुतिन कीव पर कब्जा कर ही लेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल नायेव ने कहा कि हालांकि यह खतरा तुरंत तो दिखाई नही दे रहा है लेकिन पुतिन किस समय क्या कर डालें किसी को नहीं मालूम। नायेव ने यह भी कहा कि पुतिन की मंशा आने वाले दिनों में जंग इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों से और भी जाहिर हो जाएगी।