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कट्टरपंथी-आतंकवाद पाकिस्‍तान के लिए बना कंगाली का सबब! पूर्व वित्‍तमंत्री ने माना कड़वा सच

Pakistan Economic Crisis

पाकिस्तान (Pakistan) की इस वक्त जो स्थिति है वो सही नहीं है। देश पहले से ही कंगाली के हालात में है। मुल्क के अंदर कई चीजों की भारी कमी है। संकट के इस घड़ी में भी पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और यही उसके लिए नासूर भी बन गये है। इस वक्त हाल यह है कि, अगर पाकिस्तान में मौजूदा स्थिति बरकरार रहा तो मुल्क आतंकवादियों के कब्जे में हो जाएगा। इस बीच अब पाकिस्‍तान के वित्‍त मंत्री मिफ्ताह इस्‍माइल ने देश के आर्थिक हालात और घटते विदेशी मुद्राभंडार पर बहुत गंभीर चेतावनी दी है। इस्‍माइल ने अपने विस्‍फोटक भाषण में कहा कि पाकिस्‍तान आने वाले कई वर्षों तक आर्थिक संकट से नहीं निकलने जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान को हर साल 25 अरब डॉलर लौटाना होगा जिससे वह कई वर्षों तक इस भंवर में फंसा रहेगा। इस्‍माइल अप्रैल 2022 से सितंबर 2022 तक शहबाज शरीफ सरकार में पाकिस्‍तान के वित्‍त मंत्री रह चुके हैं।

इसके अलावा इस्‍माइल ने लाहौर के एक कॉलेज में पिछले दिनों यह भी कहा की लंबे वक्त तक संकट चलने वाला है, यदि पाकिस्‍तान ने इस खत्‍म नहीं किया। पाकिस्‍तान इस भंवर से निकल नहीं सकता है। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान टैक्‍स ढांचे में अगर दर को आपने दोगुना या तीन गुना कर दिया तो भी आप इस भंवर से नहीं निकल सकते हैं। पाकिस्‍तान का विदेशी मुद्राभंडार रसातल में पहुंच गया है और महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। आलम यह है पाकिस्‍तान के डिफॉल्‍ट होने का खतरा मंडराने लगा है।

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‘हर साल 25 अरब डॉलर चुकाना होगा’

पाकिस्‍तान इस संकट से निकलने के लिए आईएमएफ (IMF) से कर्ज की गुहार लगा रहा है मगर अब तक उसे कर्ज नहीं मिल पाया है। ऐसे में मिफ्ताह इस्‍माइल ने का कहना है पाकिस्‍तान एक जटिल परिस्थिति में फंस गया है। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान को हर साल 25 अरब डॉलर चुकाना होगा। यह संकट पैदा कर रहा है और इससे निकलने का कोई रास्‍ता भी नहीं है। पाकिस्‍तान की महंगाई दर 40 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई है और इस साल आईएमएफ के मुताबिक विकास दर केवल 0.5 तक रहने का अनुमान है।

आगे इस्‍माइल ने कहा कि अगले दो साल तक यह संकट बना रहेगा और हमें एक और आईएमएफ प्रोग्राम के लिए जाना होगा। हालांकि मैं नहीं समझता हूं कि हम इससे बाहर आने जा रहे हैं या फिर हमें क्रांतिकारी सुधार करने होंगे। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान की जनसंख्‍या रेकॉर्ड दर से बढ़ रही है और अर्थव्‍यवस्‍था बांग्‍लादेश से भी खराब हो गई है।