एक बार फिर चीन के आगे पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े। पाकिस्तान ने फिर से टिक-टॉक पर रोक हटा दी है। पिछले 15 महीनों में यह चौथी बार है जब पाकिस्तान ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया और फिर हटाया है। एक तरफ भारत है, जिससे बात कर चीन तमाम कोशिशों में लगा हुआ है कि वो देश में फिर से टिक टॉक को शुरु कर सके तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान है, जिसने चीन के मामूली नाराजगी से डरकर ऐप से प्रतिबंध को हटा दिया है।
आपको बता दें कि भारत और अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगाए जाने के बाद पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने भी अपने देश में इस एप के खिलाफ अनैतिक सामग्री की कई शिकायतें प्राप्त होने पर 9 अक्तूबर को प्रतिबंध लगा दिया था। पाकिस्तान ने कहा था कि टिक टॉक पर मौजूद सामग्री 'अनैतिक, अश्लील और अशिष्ट' है। पाकिस्तान में टिक टॉक के यूजर्स तकरीबन 3.9 करोड़ बार है। पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान ने फेसबुक और ट्विटर को उनकी सामग्री को लेकर सैकड़ों शिकायतें भेजी। जिसमें आरोप लगाया कि उक्त सामग्री अप्रिय और संभावित रूप से इस्लाम के प्रति अपमानजनक है एवं पाकिस्तानी कानून के खिलाफ हैं।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी भी ट्विटर पर अकाउंट बनाने के बाद चर्चा में आए थे। राष्ट्रपति ने खुद इस बात की पुष्टि की थी। उन्होंने बताया था कि वह मोटिवेश्नल वीडियो शेयर किया करेंगे, जब पिछली बार सिंध हाईकोर्ट ने प्रतिबंध लगाया था, तब सूचना मंत्री फवाद चौधरी इसपर भड़क गए थे। उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान ने न्यायिक सुधार नहीं किया तो उसे परिणाम भुगतने होंगे। चौधरी ने साफ शब्दों में कहा था कि वह टिकटॉक पर रोक लगाए जाने से हैरान हैं।