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पाकिस्तान में शिक्षा नहीं ‘मौत की दी जा रही ट्रेनिंग’- छात्राओं को सिखाया जा रहा ईशनिंदा के आरोपी क सिर कलम करना

पाकिस्तान में शिक्षा नहीं 'मौत की दी जा रही ट्रेनिंग'

पाकिस्तान में बच्चों को शिक्षा के नाम पर क्या सिखाया जाता है वो सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो से पता लगाया जा सकता है। आतंकियों को तो पाकिस्तान पनाह और बढ़ावा देता ही है अब वो बच्चों को भी बचपन से ही कट्टरता की पाठ पढ़ा रहा है। पाकिस्तान की मस्जिद में शिक्षा नहीं बल्कि कत्ल की ट्रेनिंग दी जा रही है। एक वीडियो सामने आया जो इस्लामाबाद की लाल मस्जिद का बताया जा रहा है। इसमें ईशनिंदा के आरोपियों के सिर को कैसे कलम करना है वो सिखाया जा रहा है।

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दुनियाभर में पाकिस्तान के क्रूर ईशनिंदा कानून की आलोचना हो रही है। हाल ही में एक श्रीलंकाई नागरिक की कथित ईशनिंदा मामले में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसके बाद कट्टरपंथियों ने उसके शव को आग लगा दी। और अब ये वीडियो दर्शाता है कि पाकिस्तान में शिक्षा के नाम पर क्या पढ़ाया जाता है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि युवा छात्राओं को सिखाया जा रहा है कि अगर कोई धर्म का अपमान करता है तो उस व्यक्ति का सिर कैसे काटना है। वीडियो के बैकग्राउंड में कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का नारा भी लाउडस्पीकर पर बज रहा है।

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ये वही नारा है, जिसे TLP के समर्थक सियालकोट में श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेजर प्रियंता कुमारा दियावदाना की पीट-पीटकर हत्या करने और शव को जलाने के दौरान लगा रहे थे। इस वीडियो को पाकिस्तान की पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गुलबुखारी ने ट्वीट करते हुए दावा किया है कि, इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के छात्र ईशनिंदा के आरोपी व्यक्ति का सिर काटने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। पाकिस्तान का 'कामयाब जवान' (सक्सेसफुल यूथ) प्रोजेक्ट अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। जो वीडियो सामने आया है उसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सैकड़ों लड़कियों और महिलाएं धार्मिक परिधान में नजर आ रही हैं। लड़कियों के सामने महिलाएं तलवार से पुतले का सिर काटती नजर आ रही हैं।