पाकिस्तान (Pakistan) उनमें से जो थोड़े-थोड़े दिनों बाद कुछ न कुछ खुराफात करने में जुटा रहता है। ऐसे में अब पाकिस्तान की नौसेना ने अपने उस मिशन की तरफ तेजी से बढ़ रही है जिसके तहत वह आधुनिकीकरण का लक्ष्य हासिल करना चाहती है। कराची के शिपयार्ड (karachi shipyard) में नौसेना के लिए दो हैंगोर क्लास की दो पनडुब्बियों पर काम शुरू हो गया है। देश के रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो इस कदम के साथ ही पाकिस्तान ने एक मील का पत्थर छू लिया है। पाकिस्तान ने अपनी पांचवी और हैंगोर क्लास की छठी पनडुब्बी का निर्माण कार्य 24 दिसंबर से शुरू कर दिया है।
कराची में बन रही पनडुब्बियां
पाक नौसेना के लिए चार पनडुब्बियों का निर्माण चीन में जारी है। चीन, पाकिस्तान के लिए पनडुब्बी बनाने में साल 2015 से मदद करने में लगा है। पाकिस्तान नौसेना के प्रमुख एडमिरल अमजद खान ने चाइना शिपबिल्डिंग ऑफशोर कंपनी (CSOC) और कराची शिपयार्ड एंड इंजीनियरिंग वर्क्स (KS&EW) के अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था। स्टील कटिंग कार्यक्रम के साथ पनडुब्बी निर्माण का काम शुरू किया गया। इस कार्यक्रम में ही पाकिस्तान नौसेना की पांचवीं पनडुब्बी पीएनएस तसनीम की कील गाड़ने का कार्यक्रम भी हुआ।
साल 2023 में होगी लॉन्च
साल 2015 में पाकिस्तान (Pakistan) ने चीन के साथ एक करार साइन किया था। इस करार के तहत चीन उसके लिए आठ युआन क्लास की पनडुब्बियां बनाएगा। इन समझौते के तहत चीन के साथ ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी समझौता भी हुआ था। पांच अरब डॉलर वाले रक्षा सौदे के तहत चीन के वुचांग शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप की तरफ से वुहान में चार पनडुब्बियों पर काम चल रहा है। बाकी चार पनडुब्बियां कराची में तैयार किया जाएगा। जिस रफ्तार से यह कार्यक्रम चल रहा है, उससे माना जा रहा है कि पाकिस्तान की नौसेना को साल 2023 के अंत तक पहली पनडुब्बी मिल जाएगी।
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भारतीय विशेषज्ञ हुए परेशान
भारतीय नौसेना के वेटरंस इस बात को लेकर चिंतित हैं कि जहां पाकिस्तान तो पनडुब्बियों की संख्या बढ़ाने पर काम कर रहा है तो वहीं भारत इस दिशा में काफी धीमी गति से काम कर रहा है। उनकी मानें तो पनडुब्बी के अभाव में पाकिस्तान जैसे देश के खिलाफ अब इंडियन नेवी की अंडरवॉटर क्षमताओं पको खासा प्रभावित करने वाले हैं। पाकिस्तान चीन की मदद से आठ हैंगोर क्लास पनडुब्बी को तैयार कर रहा है।। पाकिस्तान की मीडिया की मानें तो सान 2023 में नौसेना को पीएनएस हैंगोर सौंप दी जाएगी।
चीन की अटैक पनडुब्बियां
पाकिस्तान की हैंगोर क्लास पनडुब्बी वही पनडुब्बी है जिसे चीन की नौसेना युआन क्लास टाइप 039बी के तौर पर जानती है। चीनी नौसेना के पास इस समय करीब 20 039 अटैक पनडुब्बी हैं। यह एक डीजल पनडुब्बी है जिसे डीजल और इलेक्ट्रिक से संचालित होने वाली सबसे तेज पनडुब्बी के तौर पर जाना जाता है। यह पनडुब्बी कई दिनों से लेकर कई हफ्तों तक पानी के अंदर रह सकती है। साथ ही पनडुब्बी हर तरह के मिशन को पूरा कर सकती है। इसकी लंबाई 76 मीटर है और यह स्पीड 10 नॉट्स यानी 18 किलोमीटर प्रति घंटा है।