कांग्रेसियों की जुबान कई बार पाकिस्तान की भाषा बोलती है। कई बार राहुल गांधी से लेकर उनके नेता तक ऐसा बयान देते हैं जिसमें उनकी बाती पाकिस्तान से मिलती जुलती हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि देश की जनता बोलती है। अब पाकिस्तान की ओर से जो खुलासा किया गया है वो यह साबित कर देता है कि कांग्रेसी सच में पाक भाषा बोलते हैं। क्योंकि, कांग्रेस की सरकार में भारत आए पाकिस्तानी कॉलमनिस्ट ने ISI के लिए जानकारियां जुटाई थी। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि, कांग्रेस की सरकार में देश की सुरक्षा में इतनी बड़ी सेंध कैसे लग सकती है? उस दौरान जितने भी हमले हुए क्या कांग्रेस सरकार की इन्हीं सारी कमजोरियों के चलते हुए? क्योंकि, पाकिस्तानी मशहूर कॉलमनिस्ट नुसरत मिर्जा ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि, वो कांग्रेस की सरकार में जब भारत गई थी तो वहां से उन्होंने इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के लिए कई अहम जानकारियां जुटाई।
कांग्रेस की सरकार में पाकिस्तानी भारत आकर ISI के लिए जुटाते थे इनफॉरमेशन
पाकिस्तान के मशहूर कॉलमनिस्ट नुसरत मिर्जा ने यू-ट्यूहर शकील चौधरी को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि, वो कई बार भारत दौरे पर गए हैं और यहां पर उन्होंने इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के लिए कई जानकारियां जुटाई हैं। मिर्जा ने इंटरव्यू में अपने साल 2011 के दौरे का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि वो एक बार न्यौते पर भारत आए थे। उन्होंने अपने इस इंटरव्यू में भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी का नाम लिया है। उनका कहना है कि वो आखिरी बार मिल्ली गैजेट अखबार के मालिक फरुल इस्लाम के न्यौते पर भारत गए थे। यहां पर उन्हें कई जानकारियां मिली थीं जो उन्होंने आईएसआईएस के मुखिया को दी थीं। मिर्जा की मानें तो आईएसआई के पास भारत के हर शहर की जानकारी है और आईएसआई के लोग इन शहरों में बतौर एजेंट काम कर रहे हैं।
पाकिस्तानी कॉलमनिस्ट भारत से जाने के बाद ISI और आर्मी को देते थे सारी जानकारी
मिर्जा ने कहा कि, जिस वक्त कांग्रेस की सरकार थी उस वक्त आतंकवाद पर हुए एख सेमिनार में शामिल होने के लिए वो भारत आए थे। उनका कहना है कि, पाकिस्तान में लोग एक्सर्ट नहीं हैं, लेकिन वो यहां के हालातों से वाकिफ हैं। पाकिस्तान, भारत की संस्कृति को समझता है साथ ही कमजोरियों को भी। यहां समस्या ये है कि उसने भारत को लेकर जो भी तर्जुबा हासिल किया है, उससे उसे कोई भी इत्तेफाक नहीं है। साल 2011 में वो मिली गैजेट के जफरूल इस्लाम के न्यौते पर भारत पहुंचे थे। वो भारत दौरे से लौटकर जब पाकिस्तान गए थे। उन्हें उस समय आईएसआई के रिटायर हो रहे डीजीएसआई ने उन्हें कहा कि जो भी जानकारी उन्होंने इकट्ठा की है वो, आईएसआई के नए चीफ जनरल कियानी को दें। इस पर मिर्जा ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया और कहा कि वो खुद कियानी को ये जानकारी दे दें। इस दौरान 2011 में केंद्र में कांग्रेस की ही सरकार थी। इसके हाद मिर्जा की ओर से जो जानकारी मिली उसके बाद पाक आर्मी के ब्रिगेडियर का फोन आया जिसमें उन्होंने कहा कि, ऐसी ही इनफॉर्मेशन अगर और मिल जाए तो बेहतर रहेगा।
देश चलाने में विफल रही कांग्रेस
कांग्रेस की सरकार में ऐसा होता था कि, देश में कहीं पर भी किसी भी वक्त बम ब्लास्ट हो जाता था। जम्मू-कश्मीर को नर्क बना दिया गया। चाहे मुंबई का ब्लास्ट हो या हैदराबाद या देश के किसी अन्य कोने में ये सारे कांग्रेस के सरकार में हुए और इससे साबित होता है कि सरकार देश चलाने में विफल थी। मुंबई में इतना बड़ा हमला हुआ लेकिन, उस वक्त सरकार कुछ नहीं कर सकी। यही हमले जब बीजेपी की सरकार में 'पुलवामा अटैक, ऊरी अटैक' हुए तो सरकार ने इसका बदला लिया। भारत के जवानों में दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मौत के घाट उतारा। लेकिन, कांग्रेस सरकार यहां भी उंगली उठाने से बाज नहीं आई। ये कांग्रेस की विफलता दिखाने के लिए काफी है।
चीन और अमेरिका भी पाकिस्तान से हो चुके हैं बोर
मिर्जा का कहना है कि, पाकिस्तान अब रणनीतिक मामलों में मुंह की खा चुका है। चीन ने किनारे कर दिया है और दूसरे देश भी नजरअंदाज कर रहे हैं। अब खतरा खरता बढ़ गया है कि कहीं भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिल जाए। ऐसा हुआ तो चीन और दुनिया के बाकी देशों की नजरों में भी पाकिस्तान गिर जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, अमेरिका के चलते पाकिस्तान में भूकंप आया और फिर सुनामी भी झेल रहा है। अमेरिका पहले ही पाकिस्तान से ऊब चुका था और अब चीन भी बोर हो गया है। वो मुल्क के हित के बारे में कम इस्तेमाल के बारे में ज्यादा सोचने लगा है।