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एक दूसरे के खूनी दुश्मन बनते जा रहे Taliban और Pakistan, पाक ने कहा- आतंकी कर रहे हमारे खिलाफ काम

बुरी तरह फंसा Pakistan

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा करने में सबसे बड़ा हाथा पाकिस्तान का रहा है। पाकिस्तान पहले से ही तालिबानियों की मदद करता रहा है। तालिबा जब सत्ता में काबिज हो गया तो पाकिस्तान खुलकर समर्थन करने लगा और दुनियाभर से आलाप लगाने लगा कि वो भी तालिबान सरकार का समर्थन करें। लेकिन अब पाकिस्तान और तालिबान में पहले जैसा दोस्ताना नहीं रहा है। दोनों देशों के बीच अब धीरे-धीरे खटास आनी शुरू हो गई है। अब पकिस्तान ने अपने एक बयान में कहा है कि, उसे तालिबान से ज्यादा उम्मीद नहीं है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि, आतंकी उसके खिलाफ काम कर रहे हैं।

दरअसल, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसुफ ने कहा है कि इस्लामाबाद काबुल में मौजूदा तालिबान सरकार को लेकर पूरी तरह आशावादी नहीं है, क्योंकि युद्धग्रस्त देश में अभी भी संगठित आतंकवादी नेटवर्क सक्रिय हैं और अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग अभी भी पाकिस्तान के विरूद्ध हो रहा है। मोईद युसुफ ने विदेश मामलों के लिए नेशनल असेंबली की स्थायी समिति को बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर जानकारी देते हुए यह बात कही।

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इसके साथ ही उन्होंने प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की अफगानिस्तान में मौजूदगी से पाकिस्तान को उत्पन्न हुए खतरे के बारे में बात करते हुए कहा कि, संगठित आतंकवादी नेटवर्क अभी भी अफगानिस्तान में काम कर रहे हैं और अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल अभी भी पाकिस्तान के खिलाफ किया जा रहा है। पाकिस्तान अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को लेकर पूरी तरह आशावादी नहीं है और तालिबान के सत्ता में आने से सभी समस्याओं के पूर्ण समाधान की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए।