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दोस्ती बदलेगी दुश्मनी में! Bajwa ने कहा- भाड़ में जाओं China… मैं अमेरिका से खरिदने जा रहा हूं हथियार!

China द्वारा दिए गए हथियारों से परेशान हुआ Pakistan

पाकिस्तान का सदाबहार दोस्त चीन इस वक्त इमरान खान सरकार को अपने हाथ में लेकर मुल्क में कई सारे अपने प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। चीन अंदर ही अंदर पाकिस्तान की राजनीति को अपने हाथों में ले रखा है यही वजह है कि यहां पर राजनीति भूचाल के साथ ही आर्थिक भूचाल भी देखने को मिल रहा है। चीन की कर्ज जाल नीति में जो भी देश फंसे वो बर्बाद हो गए। पाकिस्तान और श्रीलंका इसके ताजा उदाहरण हैं। पाकिस्तान को चीन ने कई हथियार भी दिए हैं लेकिन, जब इनका इस्तेमाल करने का समय आता है तो ये फुस्स हो जाते हैं। वैसे भी कहा जाता है कि चीनी माल ज्यादा नहीं टिकते। अब पाकिस्तान चीन से नाता तोड़ अमेरिका की ओर देख रहा है।

पाकिस्तान सेना अमेरिका के साथ अपने संबंधों को एक बार फिर बेहतर तरीके से स्ताहापित करने पर विचार कर रही है। हाल ही में पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है। दी प्रिंट की एक रिपोर्ट मुताबिक पाकिस्तान सेना देश को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने के लिए पश्चिमी देशों से सहयोग मांग रही है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि, पाकिस्तान अब चीनी हथियारों को छोड़ अमेरिका की ओर देख रहा है। क्योंकि, पाकिस्तान की सेना को उनके द्वारा खरीदे गए कुछ चीनी हथियारों का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ सालों में पाक सेना में शामिल किए गए चीनी टैंक, तोपखाना और वायु रक्षा उपकरण शामिल हैं और ये सर्विसिंग और प्रदर्शन जैसे मसलों का सामना कर रहे हैं।

अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों द्वारा पाकिस्तान को डिफेंस टेक्नोलॉजी नहीं दिए जाने से पाकिस्तान के रक्षा तैयारियों पर असर पड़ा है। इसमें पाकिस्तान की नौसेना के लिए अपनी Agosta 90B कटेगरी की पनडुब्बियों को एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) के साथ अपग्रेड करने से इनकार करना और मिराज फाइटर जेट्स के बेड़े को पाकिस्तान वायु सेना के साथ अपग्रेड करना भी शामिल है। जर्मनी ने भी 2020 में पाकिस्तान की पनडुब्बियों को AIP तकनीक से अपग्रेड करने से इनकार कर दिया था।