Russian Navy: जहां एक तरफ रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) युद्ध जारी है तो इस बीच रूस का सबसे ताकतवर युद्धपोत अटलांटिक महासागर के तट पर युद्धाभ्यास कर रहा है। यह युद्धपोत दुनिया की सबसे ताकतवर हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट ने अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) में एक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास को पूरा किया है। इस दौरान फ्रिगेट ने जिरकॉन मिसाइल का परीक्षण भी किया। यह अभ्यास अगले महीने चीनी और दक्षिण अफ्रीकी नौसेनाओं के साथ संयुक्त नौसैनिक अभ्यास के पहले किया गया है। मंत्रालय के जारी एक वीडियो में गोर्शकोव के कमांडर इगोर क्रोखमल ने कहा कि इस फ्रिगेट ने दुश्मन के युद्धपोतों के खिलाफ मिसाइल हमले का अभ्यास किया।
इस दौरान रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि यह एक इलेक्ट्रॉनिक लॉन्च या वर्चुअल सिमुलेशन अभ्यास था। इस दौरान मिसाइल सिस्टम की डिजाइन की ई विशेषताओं की पुष्टि की गई। जहाज के कमांडर इगोर क्रोखमल ने कहा कि इस अभ्यास के दौरान मिसाइलों ने 900 किलोमीटर से अधिक दूरी तक पहुंचने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। जिरकॉन को दुनिया की सबसे खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल माना जाता है। ऐसे में जिरकॉन से लैस यह रूसी युद्धपोत किसी भी दुश्मन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर सकता है।
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अगले महीने चीन और दक्षिण अफ्रीकी से युद्धाभ्यास
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह युद्धपोत अफ्रीकी तट के किनारे चीन और दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के साथ युद्धाभ्यास करेगा। इस दौरान तीनों देश संयुक्त प्रशिक्षण संबंधी जरूरतों को पूरा करेंगे। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को एक साल पूरे होने वाले हैं। रूस यह दिखाना चाहता है कि व्यापक अंतरराष्ट्रीय निंदा और प्रतिबंधों की बरसात के बावजूद वह विश्व मंच पर अलग-थलग नहीं है।
बता दें, जिरकॉन रूस की सबसे ताकतवर मिसाइल है। यह मिसाइल हाइपरसोनिक स्पीड से उड़ने में सक्षम है। इतनी ज्यादा स्पीड के कारण जिरकॉन मिसाइल किसी भी एयर डिफेंस को मात दे सकती है। जिरकॉन मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से नौ गुना अधिक स्पीड से दौड़ सकती है। इस मिसाइल की रेंज 1000 किलोमीटर तक बताई जा रही है।