यूक्रेन और रूस में युद्ध की आशंका के बीच दुनिया में एक नया तनाव छिड़ गया है। इन दोनों देशों के बाद कई और देशों के बीच जंग देखने को मिलने लगा है। सबसे पहले तो चीन को ही ले लें। क्योंकि, ताइवान में यूक्रेन जैसी स्थिति बताए जाने पर ड्रैगन भड़क गया है। ड्रैगन का कहना है कि ताइवान उसा हिस्सा है। चीन ताइवान को हड़पने पर पूरी कोशिश में लगा हुआ है। इसके अलावा इधर इजरायल भी एक्टिव हो गया है और सीरिया पर एक के बाद एक कई मिसाइल अटैक किया है।
सीरिया के सरकारी मीडिया की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह इजरायल ने देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित सैन्य ठिकाने पर हमला कर दिया। एक सैन्य अधिकारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स से यह हमला किया गया। हालांकि इस हमले में किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन सैन्य ठिकाने को जरूर इससे नुकसान पहुंचा है। इससे पहले ऐसा ही एक हमला सीरिया में बीते सप्ताह भी हुआ था।
बीते सप्ताह इजरायल ने सीरिया की कैपिटल दमिश्क के दक्षिणी इलाके में हमला किया था, हालांकि, इसमें किसी की जान नहीं गई थी। इजरायल ने बीते कुछ सालों में सीरिया में बड़े पैमाने पर हमले किए हैं। गृह युद्ध से जूझ रहे सीरिया को इजरायली हमलों ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, इजरायल इस बात से नकारता रहा है कि उसने सीरिया सरकार के ठिकानों पर किसी तरह का अटैक किया है। इजरायल का कहना है कि उसकी ओर से ईरान समर्थित आतंकी संगठनों पर हमले किए गए हैं। इन आतंकी संगठनों में लेबनान में सक्रिय हिजबुल्लाह शामिल है। यह संगठन सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का समर्थन कर रहा है।
बताते चलें कि, इजरायल ने 1967 में हुए युद्ध के दौरान गोलान की पहाड़ियों पर कब्जा जमा लिया था। इसके बाद इजरायल की सामरिक स्थिति बेहत मजबूत हो गई है। लेकिन दुनिया के कई देश इजरायल के इस कब्जे को मान्यता नहीं देते हैं। वहीं, अमेरिका की पूर्व ट्रंप सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए इजरायल के कब्जे को मान्यता दे दी थी।