चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है, उससे लगते लगभग हर देश परेशाना हैं, जमीन से लेकर समुद्र तक में चीन अपने घुसपैठ से बाज नहीं आता। दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहे टकराव के बीच चीन ने अपनी मिलिशिया उतार दी है, उसके करीब 300 जहाज इस इलाके की पेट्रोलिंग कर रहे हैं। इस बीच अब चीन ने नया खेल खेलना शुरू कर दिया है। चीन का कहना है कि वह छोटे पड़ोसी देशों के साथ दबंगई नहीं करेगा।
यह भी पढ़ें- Pakistan ने दिया China को बड़ा झटका- अब दुश्मनी में बदलेगी दोनों की दोस्ती
दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहे टकराव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि उनका देश दक्षिण पूर्व एशिया पर प्रभुत्व हासि नहीं करेगा और ना ही अपने छोटे पड़ोसियों के साथ दबंगई करेगी। दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के 10 सदस्यों के साथ एक ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान यह बात कही। दोनो पक्षों के बीच संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मनाने के उपलक्ष्य में यह सम्मेलन आयोजित किया गया था। दो राजनयिकों ने बताया कि सोमवार की बैठक में आसियान सदस्य म्यांमार की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं हुआ क्योंकि सेना की तरफ से थोपी वहां की सरकार ने आसियान के दूत को अपदस्थ नेता आंग सान सू की और अन्य गिरफ्तार राजनेताओं से मिलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। सैन्य शासक जनरल मिन आंग हलिंग को भी पिछले आसियान शिखर सम्मेलन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से रोक दिया गया था।
बता दें कि, चीन अपनी बढ़ती शक्ति और प्रभाव के बारे में चिंताओं को दूर करने की बार-बार कोशिश की है, खास कर पूरे दक्षिण चीन सीगर पर अपने दावे को लेकर, जिसपर आसियान के सदस्य मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई और फिलीपींस भी दावा करते हैं।
यह भी पढ़ें- चीन में मचा है हाहाकार, ये चार देश कर रहे पर कतरने की तैयारी
बता दें कि, दक्षिण चीन सागर वो इलका है, जो अमेरिका सहित एशियाई देशों के लिए व्यापार के लहजे से बेहद महत्वपूर्ण है। इस रास्ते के जरिए हर साल लगभग 3.5 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार होता है। लेकिन चीन यहां अपनी सान्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। यहां तक की चीन कुछ आर्टिफिशियल द्वीप भी बना लिया है। इनके ऊपर हवाई पट्टी, सैन्य बुनियादी ढांचा और बंदरगाह बनाए जा रहे हैं।