पाकिस्तान इस वक्त सारी समस्याओं का सामना कर रहा है। एक तो देश की अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता हुई पड़ी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सत्ता से बेदखली के बाद जनता को नई सरकार से आस था कि आवाम की जिंदगी वापस पटरी पर लौटेगी लेकिन, यहां हालात और भी ज्यादा बिगड़ गई है। देश इस वक्त महंगाई की मार झेल रहा है, विश्व कर्ज बढ़ते जा रहा है। इसके साथ ही देश में भारी बिजली संकट का मुद्दा गहराया हुआ है। पाकिस्तान की आवाम कई घंटों बिना बिजली के काट रही है। बिजली कटौती के चलते नेटवर्क ऑपरेटरों ने भी शाहबाज शरीफ सरकार को चेतावनी दी है कि यही हाल रहा तो जल्द ही देश में इंटरनेट सेवा बंद हो जाएगी। इसके अलावा टीटीपी अलग देश की मांग कर रहा है जो इस वक्त पाकिस्तानी आर्मी के लिए सबसे बड़ा टेंशन है। इस बीच पाकिस्तान की आर्मी के ऊपर अटैक हुआ है जिसमें 8 सैनिक घायल हो गए हैं।
पाकिस्तान में ये हमला अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में हुआ है। यहां पर एक फिदायीन हमले में आठ सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। बीती रात एक आत्मघाती हमलावर ने अपनी मोटर साइकिल सेना के काफिले के वाहन से भिड़ा दी। इसके बाद जोरदार धमाका हुआ और वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यह फिदायीन हमला सोमवार देर रात उत्तरी वजीरिस्तान में हुआ। हमले का शिकार सेना का काफिला मीरान शाह जा रहा था। पुलिस ने बताया कि इसी दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने अपनी बाइक सेना के वाहन से भिड़ा दी। आठ घायल सैनिकों में से तीन की हालत गंभीर है। घायल जवानों को तत्काल बान्नू स्थित कंबाइंड मिलेट्री हॉस्पिटल ले जाया गया। अब तक किसी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बता दें कि, उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में पाक सेना पर आए दिन ऐसे हमले होते रहते हैं। मई माह में हुए धमाके में तीन बच्चे और सेना के तीन जवान मारे गए थे।
इधर पाकिस्तान की कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का कहना है कि, वो मुल्क में अपनी अलग सरकार बनाना चाहते हैं। इसके लिए वो जगह भी तय कर चुका है जहां वो शरिया कानून को लागू करेगा। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) आतंकियों के सरगना मुफ्ती नूर वली मेहसूद ने हाल ही में पाकिस्तान सरकार को खुली धमकी दी थी। आतंकी नूर वली ने कहा था कि, तालिबान की मध्यस्थता से पाकिस्तान से बातचीत चल रही है लेकिन अगर यह फेल होती है तो हम और ज्यादा हमले करेंगे। हमारा जिहाद जारी रहेगा। इसके साथ ही टीटीपी चीफ का कहना है कि, पाकिस्तान के कबायली इलाके फाटा को खैबर पख्तूनख्वा से अलग करने की मांग पर डटे रहेंगे। वो इस मंसा से पीछे नहीं हटने वाले।