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Chinese Army अमेरिका से नहीं ताईवान की घातक मिसाइलों से खौफ खातीं है, इसीलिए नहीं कर पाईं अभी तक हमला

Taiwan Missile System

चीन अगर ताईवान के रहस्य को नहीं जानता तो अब तक कभी का ताईवान को हजम कर जाता। लेकिन चीनी फौज और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को मालूम है कि ताईवान छोटा जरूर लेकिन पोरक्यूपाइन (साही) है। पोरक्यूपाइन खतरा भांपते ही दुश्मन पर अपने कांटों का इतनी तेजी से हमला करती है कि आंख-नाक-कान मुंह सब बिंध जाते हैं। मतलब यह कि ड्रैगन गीदड़ भभकी भले ही कितनी देदे लेकिन अगर हमला किया तो ताईवान पोरक्यूपाइन की तरह ऐसा हमला करेगा कि उसके बाद ड्रैगन न ठीक से जी पाएगा और न ही मर पाएगा। इसीलिए चीनी फौजें अभी तक हमला नहीं कर पाई हैं।

इतने तनाव के बीच ताइवान न एक स्‍वदेशी सुपरसोनिक मिसाइल यून फेंग का परीक्षण कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। इस मिसाइल की रेंज 2000किलोमीटर बताई जा रही है। चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग ने कुछ दिन पहले ही सिंगापुर में एशिया सिक्योरिटी समिट में चेतावनी दी थी कि ताइवान को आजाद करने का प्रयास हुआ तो हम युद्ध के लिए तैयार हैं। ऐसे में ताइवान ने भी अपनी रक्षात्मक तैयारियों को बढ़ दिया है। 

ताइवान के पास बेहिसाब मिसाइलें हैं

ताइवान के पास किसी भी देश के क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे ज्यादा मिसाइलें हैं। इसके बावजूद ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने रणनीतिक कारणों से आज तक ताइवान के पास कुल मिसाइलों की संख्या को सार्वजनिक नहीं किया है। ताइपे से प्रकाशित होने वाले चाइना टाइम्स अखबार के अनुसार, ताइवान के पास कुल मिसाइलों की संख्या 6000से अधिक है।

ताइवान के पास स्वदेशी और विदेशी मिसाइलों का जखीरा

ताइवान के पास स्वदेशी ही नहीं, अमेरिकी मिसाइलों का भी बड़ा जखीरा है। इसमें हवा से हवा, हवा से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी शामिल हैं। इन्हीं मिसाइलों से चीनी सेना खौफ खाती है। यही कारण है कि चीन आज तक ताइवान को हमले की सिर्फ गीदड़भभकी ही देता आया है

ताईवान के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में शुमार पेट्रियाट मिसाइल भी है। ताइवान के पास अमेरिका में बनी पेट्रियाट एडवांस्ड कैपेबिलिटी – 3 (PAC-3) मिसाइल है। इसकी रफ्तार मैक 4.1यानी 5062किलोमीटर प्रति घंटा है। इसे दुनिया का सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम में से एक माना जाता है

 सतह से हवा में मार करने वाला अमेरिकी एवेंजर एयर डिफेंस सिस्टम

अमेरिका की ऑटोमेटिक सतह से हवा में मार करने वाला यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, फिक्स विंग हवाई जहाज और हेलिकॉप्टरों के खिलाफ घातक कार्रवाई कर सकता है। इसका रडार दुश्मन के किसी भी प्रकार के हवाई हमले को रोकने में पूरी तरह सक्षम है।

ये तीनों मिसाइलें ताइवानी सेना की रीढ़ की हड्डी हैं। हार्पून एंटी शिप मिसाइल है जिसे मैक्डोनाल्ड डगलस ने बनाया है। यह जमीन से किसी भी शिप को निशाना बनाने में सक्षम है। स्ट्रिंगर मिसाइल मैन पोर्टेबल है जो जमीन से हवा में किसी भी हेलिकॉप्टर या ड्रोन को मार गिरा सकती है। जबकि AIM-9 Sidewinder शॉर्ट रेंज एयर टू एयर मिसाइल है जो दुश्मन के जहाजों और हेलिकॉप्टरों को नष्ट कर सकती है।

Hsiung Feng 1और 2ताइवान में नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम है। जो समुद्र में दुश्मन के नेवल शिप को आसानी से निशाना बना सकती है। जबकि Hsiung Feng 3एक मध्यम दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल है जो जमीन और पानी दोनों जगह दुश्मनों पर प्रभावी कार्रवाई कर सकती है।

वान चिएन यह एयर-टू-ग्राउंड क्रूज़ मिसाइल है जिसे ताइवान ने खुद विकसित किया है। यह मिसाइल 200 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को आसानी से भेद सकती है। जबकि टीएन कुंग 1-3 ताइवान द्वारा विकसित सतह से हवा में मार करने वाली एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम है। टीएन कुंग- 3 तो 45 से 70 किलोमीटर तक चीनी गाइडेड मिसाइलों को रोक सकती है।