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ड्रैगन को Taiwan की दो टूक कहा, गलतफहमी में मत रहना-हम झुकने वाले नहीं

Taiwan s President Sai on china threat

Taiwan On China Threat: चीन लगातार ताइवान को डरान-धमकाने की कोशिश कर रहा है। ताइवान के डिफेंस जोन में घुसकर उसे डराने की कोशिश कर रहा है। चीन का कहना है कि, ताइवान उसका हिस्सा है जिसे वो अपने में मिला कर रहेगा। लेकिन, चीन को ये नहीं पता है कि, उसके पीछे से दुनिया एक हो गई है। अगर चीन ने ताइवान (Taiwan On China Threat) पर हमला किया तो इसका अंजाम पूरी दुनिया भुगतेगी और सबसे ज्यादा असर ड्रैगन को ही भुगतना पड़ेगा। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने चीन को दो टूक कहा है। उन्होंने कहा है कि, चीन की धमकियों के आगे ताइवान (Taiwan On China Threat) झुकने वाला नहीं है।

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चीन की धमकियों से ताइवान डरने वाला नहीं
राष्ट्रपति साई इंग वेन ने कहा कि उनका स्वशासित द्विपीय देश चीन की आक्रामक धमकियों के आगे घुटने नहीं टेकेगा। साई का ये बयान ऐसे समय में आया है जब शी जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने हैं और सीपीसी के पांच वर्ष होने पर महासम्मेलन में दोहराया गया कि, ताइवान चीन का हिस्सा है और जरूरत पड़ने पर वह बल प्रयोग भी कर सकता है। ताइपे में जुटे दुनियाभर से आए लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए साई ने कहा कि शीत युद्ध के बाद से लोकतांत्रिक और उदार समाज सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं।

चीन का सामना करने का लिए ताइवान तैयार है
उन्होंने कहा, रूस का बिना उकसावे यूक्रेन पर हमला इसका सबसे प्रमुख उदाहरण है। यह दिखाता है कि अधिनायकवादी सत्ता विस्तारवादी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कुछ भी कर सकती है। उन्होंने सैन्य उकसावे की कार्रवाई, साइबर हमले और आर्थिक दबाव का उदाहरण देते हुए कहा, ताइवान की जनता इस तरह की आक्रमकता से वाकिफ है। हाल के वर्षों में ताइवान को चीन के बढते आक्रमक खतरे का सामना करना पड़ रहा है।

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ताइवान पर हमला हुआ तो पूरी दुनिया में आएगी भारी तबाही
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि, हालांकि, लगातार खतरों के साए में रहने के बावजूद ताइवान के लोगों ने कभी चुनौतियों से नजर नहीं चुराई और उन अधिनायकवादी ताकतों के खिलाफ लड़े जो उनके लोकतांत्रिक जीवनशैली को कमतर कर आंकते हैं। बता दें कि, अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया तो पूरी दुनिया में काम धंधा ठप्प हो जाएगा। क्योंकि, पूरी दुनिया में 80 फीसदी सेमी कंडक्टर की आपूर्ति ताइवान करता है। ऐसे में चीन ने अगर ताइवान पर हमला किया तो पूरी दुनिया एक साथ उसके खिलाफ जंग छेड़ सकती है।