Coca-Cola: यूक्रेन में जह रूस ने हमला बोला था तो पश्चिमी देशों में जमकर हो हल्ला किया। अमेरिका-नाटो ने रूस को तोड़ने के लिए कई कदम उठाया। रूस के खिलाफ कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाए। इसके साथ ही दुनिया को धमकी दी कि कोई भी रूस से व्यापार करेगा तो वो उसे बर्बाद कर देगा। लेकिन, अब तो अमेरिका की ही कंपनियां रूसी बाजार छोड़ने से इनकार कर रही हैं। एक ओर अमेरिका दुनिया को रूस से व्यापार करने के लिए मना कर रहा है तो दूसरी ओर उसकी कंपनियां यहां से जाने के नाम नहीं ले रही हैं। इस वक्त कोको कोला (Coca-Cola) ने रूस से जाने से मना कर दिया है। टेरेमोक फास्ट-फूड चेन के संस्थापक मिखाइल गोंचारोव के अनुसार, यूएस सॉफ्ट-ड्रिंक दिग्गज कोका-कोला रूसी बाजार (Coca-Cola) में बनी रहेगी, हालांकि, इसके नाम में बदलाव होगा।
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हालांकि, अब कोको-कोला को रूस में ड्रोबी कोला के नाम से बेचा जाएगा। मिखाइल गोंचारोव ने कहा कि, हमें कोका-कोला से नोटिस मिला है कि इसे अब डोब्री कोला कहा जाएगा, जो पहले कोका-कोला था। उन्होंने कहा कि, हमें इसे बेचने की कोशिश करेंगे। यह बात गोंचारोव ने शुक्रवार को इंटरफैक्स के हवाले से कहा।
उन्होंने कहा कि नए ड्रोबी कोला का मुकाबला रूसी कंपनियों के सात होगी जिन्होंने अपना खुद को कोला लॉन्च किया है। इंटरफैक्स ने कोका-कोला एचबीसी के सीईओ ज़ोरान बोगदानोविच के कर्मचारियों को एक पत्र का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने रूस में कोका-कोला ब्रांडों के उत्पादन और बिक्री को बंद करने की घोषणा की।
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अमेरिकी कंपनी ने मार्च में रूस में व्यापार को निलंबित करने की योजना की घोषणा की, यूक्रेन में जंग के दौरान लगे प्रतिबंधों के बीच मैकडॉनल्ड्स सहित अन्य बड़ी पश्चिमी ब्रांड भी इस पलायन में शामिल हो गए। बदा दें कि, रूस में कोका-कोला ने 10 फैक्ट्रियों थी, जिसमें बोनाक्वा, डोब्री, मोया सेमिया और रिच जूस जैसे स्थानीय ब्रांडों के साथ-साथ फेंटा, स्प्राइट और श्वेपेप्स ने मिलकर इसका उत्पादन किया।