कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर दुनिया दहशत में है, कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर बैन लगा दिया है तो कई देशों ने अपने यहां सख्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लगा दिया है। इस वायरस का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका से आया था और दक्षिण अफ्रीका में ये वेरिएंट तेसी जे संक्रमण फैला रहा है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका का कहना है कि वो ना तो ट्रैवल बैन करेगा और ना ही सख्त पाबंदियां लगाएगा। इन सब के बिना ही वो कोराना की चौथी लहर का सामना करेगा।
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला का कहना है कि, देश कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट से आई महामारी की चौथी लहर से बिना सख्त पाबंदियां लगाए निपट सकता है। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से प्रोटोकॉल फॉलो करने और वैक्सीन की पूरी डोज लेने के लिए कहा है। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि, हम इस चौथी लहर से निपट सकते हैं, हम मौलिक उपकरणों के साथ ओमीक्रॉन से निपट सकते हैं।
अपने एक बयान में दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने कहा कि, अगर हम सुरक्षा उपाय करने का अपना मौलिक कर्तव्य निभाते हैं और अगर 12 साल से अधिक आयु के हम सभी पात्र लोग वैक्सीन की डोज ले लेते हैं तो हम इससे इस तरीके से निपट सकते हैं, जिसमें सरकार को अगले कुछ दिनों में गंभीर पाबंदियां लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके आगे उन्होंने कहा कि, वैक्सीन की डोज ले चुके केवल कुछ ही लोग बीमार पड़े हैं और ज्यादातर में हल्के लक्षण हैं जबकि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों में से बड़ी संख्या उन लोगों की है, जिन्होंने वैक्सीन की डोज नहीं ली है।
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बता दे कि, दक्षिण अफ्रीका उन देशों की आलोचना कर चुका है, जिन्होंने ओमीक्रॉन के चलते दक्षिण अफ्रीका और उसके पड़ोसी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया था। साउथ अफ्रीका ने कहा था कि, यात्रा प्रतिबंधों के बावजूद वेरिएंट को फैलने से रोका जाना मुश्किल है और इससे केवल अर्थव्यवस्था को ही नकुसान पहुंचेगा। दक्षिण अफ्रीका ने प्रतिबंध लगाने वाले देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अफ्रीकी देशों के साथ अन्याय कर रहे हैं।