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Ukrain-Russia War: लो देख लो ये सबूत, अमेरिका यूक्रेन में बना रहा है केमिकल और जैविक हथियार, रूस के खुलासे से दुनिया सन्न!

रूस ने अमेरिका की खोल दी पोल, यूक्रेन में बन रहे थे जैविक और केमिकल हथियार

रूस-यूक्रेन जंग में अमेरिका की पोल खुलती नजर आ रही ही। रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन अमेरिका की मदद से बायो वेपंस तैयार कर रहा है। रूस ने इस मामले पर सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग भी बुलाई थी। अमेरिका ने इस मीटिंग में रूस के आरोपों को निराधार बताते हुए पलटवार किया था कि रूस यूक्रेन पर केमिकल वेपंस का इस्तेमाल कर सकता है।

रूस ने अमेरिकी कारगुजारियों की पोल खोलते हुए कुछ इमेज जारी की हैं। इन इमेजेज के जरिए रूस ने साबित करने की कोशिश की है कि यूक्रेन की इन लैब्स में अमेरिका वेपंस ऑफ मास डिसकंस्ट्रक्शन (डब्लू एम डी) बना रहा था। रूस ने खुलासा किया है कि इन लैब्स में काम करने वाले शोधकर्ताओं को भी घिनौनी सच्चाई से अनभिज्ञ रखा गया था।

रूस की न्यूक्लियर-बायोलॉजिकल और केमिकल प्रोटेक्शन फोर्सेस के लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरीलोव ने इस दावे के सबूत पेश करते हुए कुछ दस्तावेज और फोटोग्राफ दुनिया के सामने रखे हैं। किरीलोव ने कहा है कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि यूक्रेन की सीमा के भीतर बायोलॉजिकल वेपंस बनाए जा रहे थे। किरीलोव ने कहा है कि बायोलॉजिकल वेपंस बनाने की सच्चाई खोलने वाले दस्तावेजों पर यूक्रेनी लैब्स की ऑरिजनल सील और अफसरों के ऑरिजनल दस्तखत भी हैं।

रूसी लेफ्टिनेंट जनरल किरीलोव ने ऐसा ही एक दस्तावेज पेश करते हुए कहा है कि यह दस्तावेज 6मार्च 2015का है। जिससे यह साबित हो रहा है कि यूक्रेन के मिलिटरी बायोलॉजिकल प्रोजेक्ट को पेंटागन सीधे फण्डिंग कर रहा था। ये फण्ड्स यूक्रेन की हेल्थ मिनिस्ट्री के माध्यम से की जा रही थी। इसके अलावा एक दस्तावेज से पता चलता है कि कीव, ओडेसा और खारकोव में यूक्रेन की डिफेंस मिनिस्ट्री की बायो लैब्स को पेंटागन ने 32मिलियन डॉलर दिए थे।

रूस ने यूक्रेन के कई सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स का खुलासा किया है और कहा है कि बायो वेपंस बनाने वाले प्रोजेक्ट्स में अमेरिका, ब्रिटेन, ज्योर्जिया और जर्मनी भी शामिल हैं। रूसी लेफ्टिनेंट किरीलोव ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि 2021 यूरोपियन यूनियन और रूस में फैले अंजान फ्लू भी बायोवेपंस का प्रयोग हो सकता है।