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Joe Biden की ये गलती लाने वाली है तबाही- रूस मचाएगा यूक्रेन में कोहराम

US sending 72.5 million doller package to ukraine

US Again giving weapons to Ukraine: रूस को कमजोर करने के लिए पश्चिमी देशों क्या नहीं किया। यूक्रेन के नाम पर ये जंग पश्चिमी देश (US Again givind weapons to Ukraine) लड़ रहे हैं और उनके सामने अकेला रूस खड़ा है। पश्चिमी देश यूक्रेन को गोला, बारू, ड्रोन, जेट्स, मिसाइलों से लेकर हर एक तरह से मदद कर रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा हाथ अमेरिका का है क्योंकि, वो रूस को अपने से ऊपर जाता नहीं देखना चाहता था। अमेरिका को एक बात यह भी अच्छे से पता था कि, रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार है। उसे ये भी पता था कि पुतिन मजाक नहीं करते और उसे ये भी मालूम था कि यूक्रेन के चलते ही तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है। लेकिन, यानी की सबकुछ जानते हुए अमेरिका दुनिया को अंधेरे में ढकेल रहा है। दरअसल, पुतिन कई बार कह चुके हैं कि पश्चिमी देशों ने अगर यूक्रेन को हथियार (US Again giving weapons to Ukraine) देना बंद नहीं किया तो यह जंग बेहद भिषण हो जाएगा। अब तो उन्होंने परमाणु हमले का भी चेतावनी दे दिया है। इस बीच अमेरिका ने फिर से इस जंग को भड़काने का काम करना शुरू कर दिया है। क्योंकि, अमेरिका यूक्रेन को 72.5 करोड़ ड़ॉलर के हथियार देने (US Again giving weapons to Ukraine) के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने कई और पश्चिमी देशों को जेलेंस्की की मदद के लिए कहा है। ऐसे में अब तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने में ज्यादा दिन नहीं बचा है।

जंग को और भड़का रहा अमेरिका
व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि, राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन यूक्रेन को 72.5 करोड़ डॉलर के अतिरिक्त हथियार और अन्य सैन्य सहायता प्रदान करेगा। यह घोषणा शुक्रवार को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की बैठकों के बाद की गई। नाटो की बैठकों में यूरोप और दुनियाभर के रक्षा नेताओं ने कीव तथा अन्य क्षेत्रों में रूस की बमबारी बढ़ने के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को हथियार व हवाई रक्षा प्रणालियां मुहैया कराने का संकल्प लिया है। अमेरिका को अच्छे से पता है कि अगर उसने यूक्रेन को हथियार दिया तो ये जंग परमाणु युद्ध की ओर जा सकती है। लेकिन, इसके बाद भी वो जानबूझ कर रूस को भड़का रहा है।

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रूस से डरा हुआ है NATO
अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका के सैन्य पैकेज में कोई प्रमुख नया हथियार शामिल नहीं है। इसके बजाय अमेरिकी मदद का मकसद उन हथियार प्रणालियों के लिए हजारों गोला-बारूद का पुन: भंडारण करने में सहायता देना है, जिनका यूक्रेन ने रूस के खिलाफ सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया है। नए पैकेज में हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम्स (एचआईएमएआरएस) के लिए गोले-बारूद देना शामिल है। यह एक अहम हथियार है, जिसने डिपो, पुलों और अन्य अहम ठिकानों पर हमला करने की यूक्रेन की क्षमता में सुधार किया है। इस सप्ताह कई यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की घोषणा की है। ये घोषणाएं यूरोपीय देशों के इस भय को दर्शाती हैं कि रूस का अगला निशाना वे हो सकते हैं।