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Tibet को लेकर चीन के खिलाफ एक्शन में Joe Biden- दो अधिकारियों पर प्रतिबंध

US On China Over Tibet

US On China Over Tibet: चीन इस वक्त तिब्बत की पूरी संस्कृति को खत्म करने पर लगा हुआ है। चीन यहां से पूरी तरह तिब्बत को खत्म कर चीन की संस्कृति को लागू करना चाहता है। चीन के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है ड्रैगन उसे गायब कर देता है। यहां के लोगों के फोन को ड्रैगन ने सर्विलांस पर रखा है। हर एक तिब्बती की सारी गतिविधियां ड्रैगन के पास होती है। तिब्बत में चीन (US On China Over Tibet) हत्याएं, शारीरिक शोषण, मनमानी गिरफ्तारी और सामूहिक हिरासत के साथ ही महिलाओं का जबरन गर्भपात भी करा रहा है। इसे लेकर अमेरिका एक्शन (US On China Over Tibet) में आ गया है और चीन के दो अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

अमेरिका ने इन दो चीनी टॉप अधिकारियों पर लगाया बैन
तिब्बत में गंभीर मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर अमेरिका ने दो वरिष्ठ चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है। इनमें तिब्बत में चीन के प्रमुख अधिकारी रहे वू यिंगजी (Wu Yingjie) और हिमालय क्षेत्र में चीन के पुलिस प्रमुख झांग होंगबो (Zhang Hongbo) शामिल हैं। इन पर यातना और कैदियों की हत्या और जबरन नसबंदी जैसे अपराधों में शामिल होने का आरोप है। वू यिंगजी 2016 से 2021 तक तिब्बत में प्रमुख चीनी अधिकारी थे। प्रतिबंधों के तहत अमेरिका ने दोनों चीनी अधिकारियों के लिए किसी भी अमेरिकी संपत्ति और आपराधिक लेनदेन को रोक दिया है।

तिब्बती महिलाओं का चीन करा रहा जबरन गर्भपात
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने एक बयान में कहा है कि, इन कार्रवाइयों का उद्देश्य तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र में चीन के धार्मिक अल्पसंख्यक समूह के सदस्यों की जबरन हिरासत और शारीरिक शोषण को बाधित करना और रोकना है। इसके साथ ही अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने एक बयान में कहा कि वू यिंगजी ने तिब्बत में गंभीर मानवाधिकारों के हनन की नीति लागू की थी, जिसमें असाधारण हत्याएं, शारीरिक शोषण, मनमानी गिरफ्तारी और सामूहिक हिरासत शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि वू के कार्यकाल के दौरान अन्य अपराधों में जबरन नसबंदी, जबरन गर्भपात, धार्मिक और राजनीतिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध और कैदियों की यातना शामिल हैं। जबकि झांग तिब्बत क्षेत्र में हिरासत केंद्र चलाकर कैदियों को प्रताड़ित करने और उनकी हत्या करने व अन्य गंभीर अपराधों में शामिल हैं।

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