अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से पहले चीन खुब धमकी दे रहा था कि, अगर वो आई तो चीन की सेना हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठेगी। चीनी फाइटर जेट पेलोसी का पीछा करेंगे। चीन की सेना हमला कर सकती है। साथ ही ड्रैगन ने अमेरिका को कहा था कि, वो आग से खेलने की कोशिश न करे। चीन को लगा था कि अमेरिका डर जाएगा और पीछे हट जाएगा। लेकिन, असल में अमेरिका ने वही किया जो उसे करना था। नेंसी पेलोसी ताइवान यात्रा पर गई और यहां से उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि, अमेरिका हर हाल में ताइवान के साथ खड़ा है।
इसी के बाद से चीन बुरी तरह बौखला उठा है और ताइवान के क्षत्रों में घुसकर सैन्यभ्यास कर रहा है। नैंसी पेलोसी के यात्रा के दिन तो चीन ने ऐलान किया था कि वो 4 से 7 अगस्त तक सैन्यभ्यास करेगा लेकिन, वो अब तक इसे जारी रखा है। वहीं, चीन की इन हरकतों को देखते हुए नेंसी पेलोसी ने एक बार फिर से ड्रगैन को दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के 'डरे हुए गुंडे' की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, शी जिनपिंग खुद की असुरक्षा के चलते इस तरह की धमकियां दे रहे हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम धमकियों से डर जाएंगे और अपना शेड्यूल ही बदल देंगे।
अपने एक इंटरव्यू के दौरान पेलोसी ने कहा कि, अमेरिका में कांग्रेस के लोग चीन के हिसाब से नहीं चलेंगे। चीन ताइवान को अलग-थलग करना चाहता है लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। चीन की अर्थव्यवस्था की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा कि, मुझे लगता है कि चीन नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। बता दें कि, पेलोसी के यात्रा के बाद से चीन, ताइवान के पास युद्धाभ्यास शुरु कर दिया। यहां तक की ड्रैगन ने ताइवान की राजधानी के ऊपर से कई मिसाइल भी दागे। वहीं, इन सब के बीच ताइनवान ने भी युद्धभ्यास शुरू कर दिया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय का कहना हैकि चीन आक्रमण की तैयारी कर रहा है। वह इंडो-पसिफिक रीजन में यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है।