Hindi News

indianarrative

दुश्मन रूस के ‘दोस्त’ से मिलना चाहते हैं जेलेंस्की? क्या है यूक्रेन का मास्टरप्लान

जेलेंस्की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को शुक्रवार को एक साल पूरा हो गया है। लेकिन अब तक भी इस युद्ध को खत्म करने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ अमेरिका और यूरोपीय देश सहित दुनिया के कई देश रूस को लगातार रोकने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं रूस बेधड़क यूक्रेन पर नए सिरे से हमला कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन गुपचुप तरीके से यूक्रेन का दौरा कर आएं और यूक्रेनी लोगों के हिम्मत की तारीफ की। वहीं अब यूक्रेन क राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ( volodymyr Zelenskyy) चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने की प्लानिंग कर रहे हैं।

यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से मिलने की योजना है। हालांकि ये मुलाकात कब और कहां होगी, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। जेलेंस्की ने कहा, ‘मैं शी जिनपिंग से मिलने की योजना बना रहा हूं। यह वैश्विक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह शी जिनपिंग से कब मिलेंगे। रूस के साथ चल रहे युद्ध के पहली वर्षगांठ पर बोलते हुए, यूक्रेन पर रूस के युद्ध में संघर्ष विराम के चीनी प्रस्ताव के कुछ तत्वों का स्वागत किया।

क्या बोले जेलेंस्की?

इसके अलावा जेलेंस्की ( volodymyr Zelenskyy) ने कहा कि यह एक महत्वूपूर्ण संकेत है कि वे इस विषय में भाग लेने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि चीन ने रूस और यूक्रेन के बीच सीजफायर का आह्वान किया है। चीनी राजदूत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दोनों देशों के बीच शांति वार्ता की पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत से ही समस्या का समाधान किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा, मैं वास्तव में विश्वास करना चाहता हूं कि चीन रूस को हथियारों की आपूर्ति नहीं करेगा।

ये भी पढ़े: Putin ने फिर बढ़ाई दुनिया की टेंशन! यूक्रेन को तबाह करने के लिए रूस तैनात करेगा खतरनाक शैतान

बता दें कि अमेरिका ने आरोप लगाया था कि आने वाले दिनों में चीन रूस को हथियार सप्लाई कर सकता है। दरअसल, अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के चलते चीन और रूस के बीच नजदीकी बढ़ने की संभावना है। इससे पूर्व यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा था कि युद्ध और भी विनाशकारी हो सकता है और यूक्रेन की सेना इससे निपटेगी। वहीं रूस ने दोनबास के पूर्वी ओद्योगिक क्षेत्र के सभी हिस्सों पर कब्जा करने के लिए अपना अभियान और तेज कर दिया है।