दुनिया को कोरोना जैसे जानलेवा महामारी को उपहार देने वाला चीन (China) अपनी हरकतों से अभी भी बाज नहीं आ रहा है। सबसे पहले तो उसने दुनिया से कोरोना की बात छुपाई। अब आंकड़ों के साथ भी खेल खेल रहा है। वहीं अब दुनिया की नजर जैसे ही चीन में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर पड़ी, वहां की जिनपिंग सरकार ने इस महामारी से होने वाली मौतों का आंकड़ा घटा दिया।
चीन में इस वक्त हालत यह है कि, कोरोना के मामलों में भारी तेजी आई है, अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों की लाइन लगी है। मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि, उन्हें जमीन पर लेटाना पड़ रहा है। चीन में हालत इतने बुरे हो गये हैं कि, न तो अस्पताल में जगह है और न ही दवाइयां मिल रही हैं। श्मशान घाट में वेटिंग लिस्ट चल रही है। चीन (China) की शी जिनपिंग सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही है। अब चीन की स्वास्थ्य मामलों की टॉप बॉडी राष्ट्रीय हेल्थ आयोग ने बुधवार को बताया कि मंगलवार तक मरने वालों की तादात 5241 है। आंकड़ों में छेड़छाड़ का शक तब हुआ, जब बीते दिन जारी मौत के आंकड़ों में कुल संख्या एक अधिक थी।
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डॉक्टर वांग का क्या कहना?
मंगलवार को ब्रीफिंग के दौरान डॉक्टर वांग ग्विकियांग ने दावा किया चीन ने कोविड से होने वाली मौतों को परिभाषित करने के लिए एक बहुत ही संकीर्ण तरीका अपनाई है। उन्होंने यह भी कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण हुए नुकसान को समझने के लिए चीन ने अधिक वैज्ञानिक और यथार्थवादी तरीका अपनाया है। हालांकि, ब्रीफिंग के दौरान एनएचसी के डॉक्टर ने ब्लूमबर्ग के उस सवाल का जवाब नहीं दिया, जिसमें कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में हुई कमी के बारे में पूछा गया।
इतना ही नहीं, चीन (China) के अधिकारियों ने असिम्प्टोमैटिक केस को रिपोर्ट करना भी बंद कर दिया है। इसके अलावा जांच केंद्रों पर भी पर्दे टंगे हुए हैं। इसका मतलब यहह है कि चीन में मामलों की गिनती शायद पूरी तरह से कम है। कोरोना को लेकर जारी प्रतिबंधों में ढील देने के बाद चीन के कई शहरों और मुर्दाघरों में सामान्य से अधिक शवों की गिनती की गई है। सोशल मीडियो में इसको लेकर कई दावे किए जा रहे हैं। हालांकि, वहां की सरकार ने इन आंकड़ों पर ना तो कोई स्पष्टिकरण जारी किया है और ना ही इसे खारिज किया है।