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परमाणु बम की धमकी से डरे जेलेंस्की, पुतिन से बोले- ‘जो आप बोलोगे, वो हम करेंगे, बस एक बार…’

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यूक्रेन में हर तरफ तबाही और बर्बादी का मंजर है। रूस लगातार बमबारी कर रहा है, हवाई हमले कर रहा है या फिर उसके मिसाइल कहर बरपा रहे हैं। रूस सुपरसोनिक मिसाइल से लेकर हर तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है और परमाणु हमले की धमकी दे रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस-यूक्रेन के अधिकारियों-प्रतिनिधिमंडल की बातचीत से कुछ नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि वो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से आमने-सामने बात करना चाहते हैं।

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जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ कोई भी बातचीत आखिरी नतीजे तक तभी पहुंचेगी, जब उसमें पुतिन भी शामिल हों। वर्ना उनके दिमाग में क्या चल रहा है और वो क्या करने वाले हैं, इसे कोई नहीं जानता। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन कभी भी नाटो में शामिल नहीं होगा, लेकिन इसके लिए रूस उसकी सुरक्षा की गारंटी दे। यही नहीं, अभी तक वो जिन भी बातों पर अड़े थे, उन सब बातों को वो पीछे छोड़ने को तैयार हैं। इसके बदले में वो रूस से तुरंत सीजफायर चाहते हैं। इसके अलावा रूसी सुरक्षा बलों को यूक्रेनी जमीन छोड़नी पड़ेगी।

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जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के जवान कभी हथियार नहीं डालेंगे, और वो रूसी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे। ऐसे में रूस को अगर बातचीत गंभीरता से करनी है तो खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बातचीत की मेज पर आना होना। वो रूस की हर मांग मानने को तैयार हैं, लेकिन ये यूक्रेन की जनता पर भी निर्भर करता है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ हर तरह के समझौतों पर यूक्रेन की जनता की राय मायने रखती है। इसके लिए बाकायदा रेफरेंडम कराया जाएगा, तभी उन शर्तों पर मुहर लगेगी। यूक्रेन की ब्रॉडकास्टिंग कंपनी सस्पिलने से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर सभी शर्तें एक तरफा हुई, तो यूक्रेन की जनता रूसी शर्तों को नकारने का पूरा हक रखती है।

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मॉस्को और कीव के बीच शांति वार्ता के दौरान रूस यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर रोक नहीं लगाएगा। राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने यह बात सोमवार को कही। अधिकारी ने कहा, आप देखते हैं, ऑपरेशन में एक विराम होता है, किसी भी विराम का उपयोग राष्ट्रवादी इकाइयों द्वारा फिर से संगठित करने के लिए किया जाता है। हमने गौर किया कि विराम का उपयोग रूसी सेना के खिलाफ हमले जारी रखने के लिए किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने पहले कई मौकों पर इसका अनुभव किया है। मास्को ने खुलासा किया है कि रूसी सैनिक राष्ट्रवादियों को फिर से संगठित होने का समय नहीं देंगे।