चीन के नियामकों ने ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अलीबाबा पर 18.2बिलियन युआन (2.78बिलियन डॉलर) का जुर्माना लागाय है। कंपनी पर यह जुर्माना मार्केट पोजिशन का दुरुपयोग करने के आरोप में लगाया गया है। सरकार की ये कार्यवाई अलीबाबा पर अबतक का सबसे बड़ा एक्शन माना जा रहा है।
दरअसल, सरकार का आरोप है कि जैक मा की कंपनी अलीबाबा ने एकाधिकार विरोधी नियमों का उल्लंघन किया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि कंपनी ने बाजार में अफनी बड़ी साख का दुरुपयोग किया है। इससे पहले जैक मा ने पिछले साल सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, जिसके बाद से जैक मा चीनी सरकार के निशाने पर आ गए हैं।
जैक मा की कंपनी अलीबाबा पर चीनी सरकार की ओर से जो जुर्माना लगाया गया है वो कंपनी के 2009के कुल रेवन्यु के 4फीसदी हिस्से के बराबर है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में जैक मा ने चीन सरकार की आलोचना की थी, जिसके बाद से वो कुछ महीनों के लिए लापता हो गए थे। इस घटना के बाद जैक मा की चीन में किसी भी जगह सार्वजनिक उपस्थिति नहीं देखी गई थी। हालांकि कुछ महीनों बाद जैक मा की उपस्थिति एक कार्यक्रम में देखी गई। जिसके बाद से उनके लापता होने की चर्चा पर विराम लग गया।
जैक मा की दिक्कतें तब शुरू हुई थीं, जब उन्होंने 24 अक्टूबर 2020 को सार्वजनिक मंच से चीन के रेगुलेटरी सिस्टम के कथित पक्षपात की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने इसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर भी सवाल उठाए थे। जैक मा की इस सार्वजनिक आलोचना को चीन के स्टेट डोमिनेट वित्तीय क्षेत्र के लिए एक चुनौती के रूप में देखा गया, इसके बाद एंट ग्रुप का 37 अरब डॉलर का आईपीओ टल गया था।