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Covid19: घर से निकलते समय बेहद सावधान रहें नई उम्र के कामकाजी लोग, बाहर घात लगाए बैठा है नया कोरोना

more young people are in the grip of corona

पूरा देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। रोजाना लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और मौतों का भी सिलसिला जारी है। राजधानी दिल्ली का हालत भी बदतर है यहां पर बेकाबू होता देख सीएम केजरीवाल ने 6 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है। वहीं, महाराष्ट्रा यूपी, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में कोरोना बेकाबू है। इस बीच बहुत सी संख्या में युवा वृद्ध लोगों की तुलना में कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।

इस वजह से हो रहे कोरोना से संक्रमित

पहली लहर में ज्यादातर बुजुर्ग संक्रमित थे लेकिन इस बार युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं जिसको लेकर दो बड़ी वजह बताई जा रही है। दरअसल भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत गत 16 जनवरी से शुरू हुई। टीकाकरण के इस पहले चरण में 60 साल से ऊपर व्यक्तियों को टीका लगना शुरू हुआ। इसके बाद टीकाकरण के दूसरे चरण में 45 साल से ऊपर के व्यक्तियों को टीका लग रहा है। इन दोनों चरणों में जोखिम वाले आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाकर उन्हें सुरक्षित दायरे में लाया गया है। टीका लगने से इस आयु वर्ग के लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गई है और ये इस महामारी की चपेट में कम आ रहे हैं। जबकि 18 से 45 साल का युवा वर्ग अभी टीकाकरण के दायरे से बाहर है। सरकार ने एक मई से 18 साल के ऊपर व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगाने की बात कही है।

यह वर्ग सबसे ज्यादा घरों से बाहर निकलता है

घरों से सबसे ज्यादा 18 से 45 साल के उम्र वाले लोग कामकाज के लिए ज्यादा बाहर निकलते हैं। सार्वजनिक जगहों पर लोगों से मिलते-जुलते हैं। बाहरी वातावरण में इनका समय ज्यादा गुजरता है। इसलिए इन पर संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। यूवा वर्ग टीके से दूर है। टीका लग जाने के बाद युवा वर्ग भी इस महामारी की चपेट में कम आएगा। क्योंकि टीका लग जाने के बाद 45 साल के ऊपर के लोग कोरोना से एक तरह से सुरक्षित हो गए हैं। 1 मई से सरकार टीकाकरण में तेजी लाते हुए 18 वर्ष के ऊपर के उम्र वालों को भी टीकाकरण की इजाजत दे दी है। माना जा रहा है कि इसके बाद कोरोना के मामलों में कमी आएगी।

जल्द उपलब्ध होगा Sputniv-V

देश में टीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों इसके लिए सरकार ने मॉडर्ना, फाइजर जैसी विदेशी टीका कंपनियों को भारत में उत्पादन शुरू करने का न्योता दिया है। इसके अलावा रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V टीकाकरण के लिए जल्द उपलब्ध होगी। देश में स्पूतनिक वी को लॉन्च करने की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटीज को मिली है।