कोरोना काल में पूरी दुनिया को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है, करोड़ कंपनियां बंद हुई हैं, तो वहीं करोड़ो लोगों की नौकरियां भी चली गईं। कोरोना का असर बैंकिंग सेक्टर्स पर भी पड़ा है। ऐसे में दुनिया की दिग्गज बैंकिंग कंपनियों में शुमार Citibank ने भारत में अपना कारोबार समेटने की घोषणा की है। इस बैंक के बाद अब एक और विदेशी बैंक भारत से कारोबार समेटने की तायारी में है।
दरअसल, साउथ अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा बैंक फर्स्टरैंड बैंक (FirstRand Bank) अब भारत बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी में है। बैंक ने भारत में अपना बिजनेस बंद करने की घोषणा कर दी है। मंगलवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए फर्स्टरैंड के कर्मचारियों को यह खबर दी गई।
बैंक में काम कर रहे कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा
बैंक के द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद भारत में काम कर रहे कम से कम 40 नौकरियों पर असर पड़ने की संभावना है। एक बयान में कहा गया है कि, 'भारत में FirstRand की रणनीति की समीक्षा के बाद वर्तमान शाखा को प्रतिनिधि कार्यालय में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है।
मुंबई में खुली थी बहली ब्रांच
फर्स्टरेंड बैंक ने अपनी पहली रिटेल और कमर्शियल ब्रांच मुंबई में खोली थी। अफ्रीका के दूसरे सबसे बड़े फाइनेंशियल ग्रुप को साल 2009 में बैंकिंग लाइसेंस मिला था। पहले फर्स्ट रैंड बैंक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का कारोबार कर रहा था पर बाद में रिटेल कारोबार में भी उतर गया।
बताते चले कि अमेरिकी बैंक सिटी बैंक भी भारत से कारोबार समेटने की तैयारी में है। भारत में लंबे समय तक इस बैंक ने कारोबार किया। बैंक भारत समेत 13 देशों से अपना कंज्यूमर बिजनेस बंद करने की तैयारी में है। बैंक ने गुरुवार को कहा कि ग्लोबल स्ट्रैटजी के हिस्से के रूप में वह भारत में अपना कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस बंद करने जा रहा हैं। इसके कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस में करीब 4,000 लोग काम करते हैं।