इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर काफी तेजी से संक्रमण फैला रही है। पूरी दुनिया में इस वक्त कोरोना के 6 वैरिएंट पाए गए हैं और अकेले भारत में ही पहले दो वैरिएंट पाए गए लेकिन बाद पश्चिम बंगाल में एक और तीसरा वैरिएंट मिला जिसके बाद भारत में कुल मिलाकर कोरोना के 3 वैरिएंट आतंक मचा रहे हैं।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। भारत के तमाम राज्यों में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू भी जारी है बावजूद इसके कोविड संक्रमण के मामलों में सुधार नहीं हो रहा है। हर रोज लाखों की संख्या में लोग कोविड (Covid-19) से संक्रमित हो रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 3,46,786 नए मामले सामने आए जबकि 2,624 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि इस दौरान 2,19,838 मरीज ठीक भी हुए. लेकिन वायरस के रफ्तार और विरकाल रूप ने पूरे दुनियाभर को चिंता में डाल दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार दुनियाभर में कुल 6 कोरोना वेरिएंट है। उन तीन वैरिएंट भारत में दूसरे लहर के दौरान सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं। ये वैरिएंट हैं ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से है। भारत में दूसरे लहर के दौरान ज्यादातर लोगों में B.1.1.7 (यूके संस्करण), B.1.351 (दक्षिण अफ्रीका) और P.1 (ब्राजील संस्करण) पाया गया है।
वहीं पिछले साल जब भारत के पहले लहर के दौरान कोरोना संक्रमण अपने पीक आवर पर था तब महाराष्ट्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. महाराष्ट्र में वायरस से प्रभावित 20 प्रतिशत मामलों में 'डबल म्यूटेंट' के निशान मिले थें। ये एक भारतीय वैरिएंट है जिसे B.1.617 कहा जाता है। जबकि यूके वैरिएंट ज्यादा दिल्ली में पाए गए थें।
वायरोलॉजिस्ट डॉ. शाहिद जमील ने अपने 15000 रिपोर्ट में किए गए रिसर्च से पाया कि उन 15000 नमूनो में 11 प्रतिशत मामलों में ये तीन वैरियेंट शामिल थे। इन वैरियेंट में सबसे ज्यादा संख्या B.1.1.7 यानी यूके संस्करण का है। वहीं पश्चिम बंगाल क्षेत्र से आए नमूनो में ज्यादातर B.1.351 यानी दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट पाए गए। केवल 2 या तीन नमूने ही थें जिसमें ब्राजील का वैरिएंट पाया गया। वहीं कोरोना का इंडियन वैरिएंट B.1.617 सबसे पहले महाराष्ट्र में पाया गया था लेकिन जल्द ही वो देश के कई राज्य में फैल गया।