चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला, कोरोना संकट के बीच चीन ने ऐसा कुछ किया है जो बेहद ही शर्मनाक है। पहले तो चीन खुद ही भारत को मदद के लिए ऑफर करता है और फिर बाद में हांथ पीछे खिंच लेता है। चीन की सरकारी विमानन कंपनी सिचुआन एयरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी कार्गों फ्लाइट्स को अगले 15 दिनों के लिए रोक दिया है। इन्हीं विमानों के जरिए भारत को अतिआवश्यक ऑक्सीजन कांसंट्रेटर और अन्य चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति की जा रही थी। अब चीन ने निजी कारोबारियों से भारत को मेडिकल इक्यूपमेंट्स मिलने में परेशानी खड़ी हो गई है।
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यह भी खबर आ रही है कि चीनी मैनूफैक्चर्स ने ऑक्सीजन संबधी इक्यूपमेंट्स की कीमतों को 35 से 40 फीसदी तक बढ़ा दिया है। यहां तक की भारत को सामान पहुंचाने में लगने वाली फीस में चीन ने 29 फीसदी बढ़ा दी है। वहीं, सिचुआन एयरलाइंस का हिस्सा सिचुआन चुआनहांग लॉजिस्टिक कॉरपोरेशन लिमिटेड के मॉर्केटिंग एजेंट के जारी पत्र में कहा गया कि एविएशन कंपनी शियान-दिल्ली सहित छह मार्गों पर अपनी कार्गो सेवा स्थगित कर रही है। यह फैसला सीमा के दोनों ओर से निजी कारोबारियों द्वारा चीन से ऑक्सीजन कंसट्रेटर खरीदने के गंभीर प्रयासों के बीच आया है। चीन की यह एविएशन कंपनी अघले 15 दिनों में फैसले की समीक्षा करेगी।
कंपनी ने इस लेटर में कहा है कि महामारी की स्थिति (भारत) में अचानक हुए बदलाव की वजह से आयात की संख्या में कमी आई है। इसलिए अगले 15 दिनों के लिए उड़ाने को स्थगित करने का फैसला किया गया है। चीन से कार्गो फ्लाइट्स की सर्विस सस्पेंड होने पर कई व्यापारियों ने चिंता व्यक्त की है।
उनका कहना है कि अब इन उपकरणों को भेजना और चुनौतीपूर्ण होगा और उन्हें सिंगापुर और अन्य देशों के रास्ते विभिन्न विमानन कंपनियों द्वारा भेजना होगा जिससे अति आवश्यक इन उपकरणों की आपूर्ति में देरी होगी। यह भी कहा जा रहा है कि भारत में कोविड-19 की स्थिति का हवाला देकर उड़ानों का स्थगन आश्चर्यजनक है क्योंकि भारत जाने वाले चालक दल के किसी सदस्य को बदला नहीं जाता और चालक दल के सदस्य ही विमान को वापस लाते हैं।