पाकिस्तान में ईश निंदा बड़ा मुद्दा है. ताज़ा मामले में पाकिस्तान अभिनेत्री सबा कमर और गायक बिलाल सईद के खिलाफ़ लाहौर की एक मस्जिद में एक गाने की शूटिंग करने के खिलाफ़ कोर्ट में केस कर दिया है.
जानकारी के अनुसार सबा और बिलाल ने लाहौर की वजीर खान मस्जिद के अंदर एक वीडियो शूट किया था. इस पूरे वीडियो की का एक छोटा वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें निकाह होते दिखाया गया है. इसको लेकर पाकिस्तान के धार्मिक और राजनीतिक गलियारों से काफी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
पेशे से वकील फरहत मंज़ूर खान ने 13 अगस्त को सबा, बिलाल और वीडियो बनाने वाले लोगों के खिलाफ़ ‘मस्जिद की पवित्रता भंग करने’ का केस दर्ज कराया. वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया में लोग लगातार सबा के खिलाफ़ शिकायत दर्ज करने की मांग कर रहे थे.
विवाद बढ़ता देख सबा ने अपने ट्विटर पर पोस्ट लिखकर माफ़ी मांग ली. उधर कोर्ट ने भी सबा और बिलाल को अंतरिम जमानत दे दी है.
सबा ने इरफ़ान खान के साथ फिल्म 'हिंदी मीडियम' में भी काम किया था.
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<p dir="ltr" lang="en">Despite this if we have unknowingly hurt anyone’s sentiments we apologise to you all with all our heart. Love & Peace! <a href="https://twitter.com/hashtag/Qubool?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Qubool</a> releasing on 11th of August!<a href="https://twitter.com/hashtag/BilalSaeed?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#BilalSaeed</a> <a href="https://twitter.com/hashtag/SabaQamar?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#SabaQamar</a></p>
— Saba Qamar (@s_qamarzaman) <a href="https://twitter.com/s_qamarzaman/status/1292103858211229697?ref_src=twsrc%5Etfw">August 8, 2020</a></blockquote>
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ईश निंदा पाकिस्तान में बड़ा मुद्दा है. हाल ही में पाकिस्तान के पेशावर के एक कोर्ट में एक खालिद नाम के लड़के ने ‘ईश निंदा’ के आरोपी ताहिर अहमद नसीम को कोर्ट में गोली मार दी थी. नसीम अहमदिया मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते थे. नसीम को मारने वाले के साथ वहां के पुलिसकर्मी ‘हीरो’ जैसा व्यवहार कर रहे थे और उसके साथ सेल्फी खिंचवा रहे थे.
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<p dir="ltr" lang="en">Killer selfies continue. <a href="https://t.co/DaAnAhNi5r">pic.twitter.com/DaAnAhNi5r</a></p>
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) <a href="https://twitter.com/nailainayat/status/1290370383103877121?ref_src=twsrc%5Etfw">August 3, 2020</a></blockquote>
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नसीम का परिवार अब न्याय के लिए हर जगह गुहार लगाता घूम रहा है.
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<p dir="ltr" lang="en">Please don’t stop fighting for my father’s unjust killing. He needs justice. Say his name. Sign my petition. <a href="https://twitter.com/hashtag/TahirAhmadNaseem?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#TahirAhmadNaseem</a> <a href="https://t.co/EDcV0BE1x1">pic.twitter.com/EDcV0BE1x1</a></p>
— Mashal Naseem (@NaseemMashal) <a href="https://twitter.com/NaseemMashal/status/1291588796207824901?ref_src=twsrc%5Etfw">August 7, 2020</a></blockquote>
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मानवाधिकार समूहों का कहना है कि पाकिस्तान के कट्टरपंथी ईश निंदा कानून के ज़रिए अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाते हैं और उन पर ऐसे हमलों को प्रोत्साहित करते हैं. हाल के वर्षों में ग़ुस्से से भरे लोगों या आतंकवादियों द्वारा ईशनिंदा करने के आरोपी दर्जनों लोगों को मार दिया गया है..