रूस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत के साथ उसकी निस्वार्थ दोस्ती है। संकट के समय में रूस भारत के लिए और भारत के रूस के लिए हमेशा खड़ें हैं। बीती शाम रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और पीएम मोदी के बीच लंबी बातचीत हुई। इससे पहले ही रूस ने अपने दो जहाजों में मेडिकल सामग्री और ऑक्सीजन उपकरण दिल्ली रवाना कर दिए। ये दोनों जहाज गुरुवार तड़के दिल्ली एयर पोर्ट पर पहुंच चुके हैं। इसी के साथ अमेरिका ने भी अपने जहाजों भर कर ऑक्सीजन सिलेंडर और रेग्युलेटर भेजे है। ये सभी सामग्री भारत पहुंच चुकी है।
Two urgent flights operated by the Russian EMERCOM arrived here today, which brought a cargo with a total weight of 20 tons. These are oxygen concentrators, lung ventilation equipment, bedside monitors, medicines, including Coronavir, and other essential pharmaceutical items. pic.twitter.com/woF6tUpnMe
— Nikolay Kudashev 🇷🇺 (@NKudashev) April 29, 2021
कोरोना संकट के समय में रूस और अमेरिका दोनों भारत की मदद के लिए आगे आए। भारत की मदद के लिए दवाइयां, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर समेत अन्य सामान लेकर रूस के दो विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे हैं।
सुबह रूस से जो दो विमान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे हैं, जिनमें 20ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 75वेंटिलेटर, 150बेडसाइड मेडिकल मॉनिटर, 22मिलिनय टन दवाएं शामिल हैं। एयर कार्गो और दिल्ली कस्टम के स्टाफ इसके क्लीयरेंस को लेकर काम कर रहे हैं।
भारत के लिए मानवीय सहायता लेकर रूस से दो विमान 28अप्रैल को चले थे। दोनों विमान रात में मॉस्को के समीप जुकावस्की हवाई अड्डे से रवाना हुए थे। हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि पहले विमान ने स्थानीय समयानुसार पांज बजे उड़ान भरी जबकि दूसरा विमान करीब आठ बजे भारत के लिए रवाना हुआ था। रूस ने पहले ही भारत को 22टन से अधिक कोविड-19निरोधक उपकरण और दवाएं देने की प्रतिबद्धता जतायी थी।
Had an excellent conversation with my friend President Putin today. We discussed the evolving COVID-19 situation, and I thanked President Putin for Russia's help and support in India's fight against the pandemic. @KremlinRussia_E
— Narendra Modi (@narendramodi) April 28, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से बातचीत के बाद ट्वीट भी किया है। पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी सशक्त रणनीतिक साझीदारी को और गति देने के लिए राष्ट्रपति पुतिन एवं मैंने हमारे विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय संवाद प्रणाली स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है।