कोरोना का कहर चारों ओर बरपा हुआ है। हर दिन कहीं न कहीं किसी न किसी मित्र-परिचित और सहयोगी के निधन की खबर मिल रही है। ऐसे माहौल में दुख और अवसाद ने घेर रखा है। ऐसे में चिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों की सलाह है कि रोगी और उनके निकट संबंधी कोविड19 प्रोटोकॉल का पालन करें। योग-आसन-ध्यान और प्राणायाम से अपने तन-मन और मस्तिष्क को दुरुस्त रखें।
इंडिया नैरेटिव परिवार के सदस्य बाबूराम भी कोविड19 के ग्रसित हुए। उनका दिल्ली में और फिर मेरठ के चिकित्सालय में उपचार हुआ। बाबूराम बीती रात लगभग स्वस्थ थे। अपने बेटे और परिवार के लोगों से सामान्य तरीके से बात-चीत कर रहे थे। लेकिन अचानक उनकी ह्रदयगति असामान्य रूप से बढ़ी और कुछ देर बाद उनके प्राण पखेरू हो गए। बाबूराम जी के पार्थिव शरीर का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
इंडिया नैरेटिव परिवार के सभी वरिष्ठ एंव कनिष्ठ सहयोगियों ने बाबूराम को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कीं।