इजरायल और फिलीस्ती में संघर्ष जारी है। दोनों देश एक दूसरे पर रॉकेट से हमला कर रहे हैं। इस बीच इजरायल की सेना ने फिर से एयरस्ट्राइक किया गया है। इजरायस ने हमास के आतंकियों को टारगेट कर के कई रॉकेट दागे हैं। इस हमले से फिलीस्तीन में अफरातफरी का महौल बन गया है। लोग अपने परिवार के साथ पलायन करना शुरू कर दिए हैं। हर कोई अपने बच्चों को लेकर कहीं दूर सुरक्षित स्थानों के लिए निकल लिए हैं। जान बचाना इस समय सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।
शुक्रवार को इजरायल की तरफ से दक्षिणी गाजा पट्टी पर कई रॉकेट दागे गए और एयरस्ट्राइक भी हुआ। ये हमला इतना जोरदार रहा कि फिलिस्तीन का एक पूरा परिवार साफ हो गया और कई घरों के चिथड़े उड़ गए। किसी ने विद्रोह करने की कोशिश की तो इजरायली सैनिकों द्वारा उसे भी मौत के घाट उतार किया गया। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच ये खूनी संघर्ष का अंत जब तक होगा, उस वक्त तक हजारों परिवारों की जिंदगी पूरी तरह से उजड़ चुकी होगी। इस लड़ाई के बीच हजारों लोग अपनी और अपने परिवार की जिंदगी बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं। फिलिस्तीन के लोगों के लिए जान बचाना अभी सबसे जरूरी बात बन गई है और जान बचाने के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। शुक्रवार को भी इजरायल ने फिलिस्तीन के गाजा पट्टी पर एक के बाद एक कई एयर स्ट्राइक किए हैं।
इजरायल का कहना है कि वो हमास को खत्म करने तक एयरस्ट्राइक करता रहेगा। इजरायल की कार्रवाई में हमास के कई नेता मारे गये हैं जबकि बेगुनाह बच्चे और महिलाएं भी बम बारूद का शिकार बनी हैं। हमास के कई दफ्तरों को भी इजरायली सेना ने ध्वस्त कर दिया है। एक रिपोर्ट के दौरान एक एयरस्ट्राइक के दौरान फिलिस्तीन का एक परिवार पूरी तरह साफ हो गया और कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो गये। तबाही का आलम इस बात से भी लगाया जा सकता है कि हजारों लोग अब उन स्कूलों में शरण लेने को मजबूर हैं जिन्हें रिलीफ एजेंसी द्वारा चलाया जा रहा है। कई जगहों से पलायन तेज हो गया है और हमलों से बचने के लिए सभी दूर-दराज के इलाकों में जा रहे हैं। एक पीड़ित तो इतना परेशान हो चुका है वो मीडिया को कह रहा है- हमे नहीं पता कि अब कोरोना से बचना है या फिर रॉकेट से या फिर किसी दूसरे हमले से। मेरे बच्चों ने कुछ नहीं खाया है, सोने के लिए कोई बिस्तर-चादर नहीं है। हम सभी ने एक स्कूल में शरण ले रखा है।
फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक अभी तक 500 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजरायली हमले में मारे जा चुके हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ज्यादातर लोग इजरायली फोर्स को गोलियों से घायल हुए हैं। वहीं, फिलिस्तीन के एक पीड़ित ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि 'हम घर के बाहर खिड़की से देखने की हिम्मत नहीं कर पाते हैं। हम नहीं जानना चाहते हैं कि कौन सा रॉकेट किसे मार रहा है। हमने जब सुबह घर के बाहर देखा तो चारों तरफ तबाही मची हुई थी। सड़क पर चारों तरफ पेड़ टूटे पड़े थे। आसमान काले धुएं के गुबार से भरा था। सामने दर्जनों घर टूटे पड़े थे।
इजरायल की तरफ से रॉकेट दागे जा रहे हैं, तो हमास भी अब तक 1800 रॉकेट दाग चुका है। हमास की तरफ से भी इजारायल के रिहायशी इलाकों में गोले दागे गए हैं। इजरायल ने भी जोर देकर कहा है कि हमास की तरफ से इंसानियत को शर्मसार किया गया है और उन्हें इसका मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।