इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। फिलिस्तीन उग्रवादी गुट हमास के गाजा से 1700 रॉकेट दागने के बाद इजरायल ने भीषण हमले करने शुरू कर दिए हैं। इजरायल चुन-चुनकर गाजा शहर में हमास के आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर रहा है। इस बीच बीते दिनों एक खबर आई थी कि इजरायल अब एयर स्ट्राइक के बाद हमास पर जमिनी जंग करेगा जिसके लिए उसने इजरायल-हमास सिमा पर भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दिया है। दरअसल, यह इजरायल की हमास के आतंकियों को बाहर निकाल कर उन्हें मारने का एक प्लान था।
इजरायल ने मीडिया के जरिए हमास के आतंकियों को अपने जाल में इस कदर फंसाया कि उसके दर्जनों आंतकी मारे गए। इजरायली सेना द्वारा बुने जाल में हमास के दर्जनों आतंकी फंस गए जिसके बाद उन्हें मार गिराया। इन आतंकियों को बाहर निकलाने से पहले इजरायल सेना ने मीडिया के लिए एक बयान जारी कर कहा था कि इजरायली वायु एवं थल सेना गाजा पट्टी पर हमला कर रहे हैं।
इस संक्षिप्त बयान ने इन अटकलों को हवा दी कि इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमला बोल दिया है। कुछ संवाददाताओं ने तो यह तक कह दिया कि हमला शुरू हो गया है। इसके कुछ ही घंटों बाद इजराइली सेना ने एक स्पष्टीकरण जारी किया कि गाजा के भीतर कोई इजरायली सेना नहीं है, लेकिन तब तक कई बड़े मीडिया संस्थान यह जानकारी दे चुके थे कि जमीनी हमला शुरू हो गया है।
इसी दौरान, हमासे के आतंकी मेट्रो के रूप में जानी जाने वाली सुरंगों के भूमिगत नेटवर्क में चले गए जिसका इजरायल सेना को भरपूर फायदा मिला और इन्हीं सुरंगों पर सेना ने 160 युद्धक विमान के जरिए 40 मिनट तक बमबारी करते रहे, इसी दौरान हमास के कई बड़े आतंकी मारे गए। इजरायल के चैनल 13 टीवी के पत्रकार ओर हेलर ने भी दावा किया है कि इस हमले में सैकड़ों आतंकी मारे गए।
हालांकि, सेना ने इसे गलतफहमी के चलते की गई रिपोर्टिंग करार दिया। वहीं, इजराइली पत्रकारों ने कहा कि हमास के आतंकवादियों को घातक जाल में फंसाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण संभवत: दर्जनों आतंकी मारे गए।