पीएम मोदी (PM Modi) गुरुवार को कोरोना की स्थिति (Corona Situation in India) की समीक्षा के लिए हाई कोविड -19 केसलोड वाले आज 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और इन राज्यों के 54 कलेक्टरों से बातचीत की। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि महामारी जैसी आपदा के सामने सबसे ज्यादा अहमियत हमारी संवेदनशीलता और हमारे हौंसले की ही होती है। इसी भावना से आपको जन जन तक पहुंचकर, जैसे काम आप कर रहे हैं उन्हें और अधिक ताकत और अधिक पैमाने पर करते ही रहना है। हमें गावों में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। पीएम ने जिलाधिकारियों से कहा कि व्यवस्थाओं की निगरानी करें।
बैठक में पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज परिस्थितियों ने आपको अपनी क्षमताओं की नई तरह से परीक्षा लेने का अवसर दिया है। अपने जिले की छोटी से छोटी दिक्कत को दूर करने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आपकी यही भावना आज काम आ रही है। जब फील्ड पर मौजूद लोगों से बातचीत होती है, तो ऐसी अभूतपूर्व परिस्थितियों से निपटने में बहुत अधिक मदद मिलती है। बीते कुछ दिनों में ऐसे अनेक सुझाव मिले हैं, अनेक जिलों में परिस्थिति के अनुसार कईं इन्नोवेटिव तरीकों की भी जानकारी आप लोगों से मिली है।’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर स्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है। फील्ड में किए गए आपके कार्यों से, आपके अनुभवों और फीडबैक से ही practical और Effective policies बनाने में मदद मिलती है। टीकाकरण की रणनीति में भी हर स्तर पर राज्यों और अनेक स्टेकहोल्डर से मिलने वाले सुझावों को शामिल करके आगे बढ़ाया जा रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछली महामारियां हों या फिर ये समय, हर महामारी ने हमें एक बात सिखाई है। महामारी से निपटने के हमारे तौर-तरीकों में लगातार बदलाव, लगातार इनोवेशन की जरूरत है। ये वायरस म्यूटेशन में, स्वरूप बदलने में माहिर है, तो हमारे तरीके और रणनीतियां भी बदलती रहनी चाहिए।” पीएम मोदी ने कहा कि दूसरी लहर के बीच वायरस के स्वरूप बदलने की वजह से अब युवाओं और बच्चों के लिए ज्यादा चिंता जताई जा रही है, इसलिए इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा, “जिलों में युवाओं, बच्चों में वायरस के संक्रमण और इसकी गंभीरता से संबंधित आंकड़ों को इकट्ठा करें।” उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन की रणनीति को लेकर केंद्र सरकार, राज्यों से मिले सभी सुझावों को आगे बढ़ा रही है और इसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों को अगले 15 दिनों की वैक्सीन की सूचना उपलब्ध करा रहा है।
प्रधानमंत्री ने आज छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के जिलाधिकारियों और ग्राउंड पर काम करने वाले अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों की तारीफ में कहा कि जिस तरह से वह जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं, इससे इस चिंता को गंभीर होने से रोकने में मदद मिली है।