देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 30वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर तमाम राजनीतिक दल 'राजनेता राजीव गांधी' को श्रद्धांजलि दे रहे है। लेकिन इन सब के बीच सोशल मीडिया पर राजीव गांधी हत्याकांड से जुड़ा एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र में राजीव गांधी के दोषियों को रिहा करने की मांग की गई है। दरअसल, तमिलनाडु के नए-नए मुख्यमंत्री बने एमके स्टालिन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्यारों की सजा माफ करने की गुहार लगाई।
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में एस नलिनी, संथन, मुरुगन, एजी पेरारीवलन, जयकुमार, रॉबर्ट पयास और पी रविचंद्रन जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे है। स्टालिन ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा है कि बीते तीन दशकों से सभी दोषियों ने काफी पीड़ा झेली है। नलिनी की मौत की सजा को भारतीय संविधान के आर्टिकल 161 के तहत उम्रकैद में बदल दिया गया था। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मामले के तीन अन्य दोषियों की भी मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु की ज्यादातर पार्टियों का मत है कि सभी 7 दोषियों की बाकी सजा को माफ कर दिया जाए। यह तमिलनाडु की जनता की भी इच्छा है। उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल से भी इस संबंध में अनुरोध किया था। बाद में राज्यपाल महोदय ने फैसला दिया कि ऐसा करना पूरी तरह से राष्ट्रपति के अधिकार में है। इसलिए हम राज्य सरकार की इस सिफारिश को आपके (राष्ट्रपति) समक्ष रख रहे हैं। मामले के सातों दोषियों ने बीते तीन दशकों में भारी और अकथनीय कष्ट झेला है और अपने किए की भारी कीमत चुकाई है।
कोरोना का हवाला देते हुए स्टालिन ने कहा कि कोरोना महामारी की मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अदालतों ने जेलों में भीड़ कम करने की जरूरत पर भी ध्यान दिया है। ऐसे में मैं महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह करता हूं कि वह राजीव गांधी हत्याकांड के सभी 7 दोषियों की रिहाई को लेकर प्रदेश सरकार की सिफारिश को स्वीकार करें। आपको बता दें कि इससे पहले सीएम एमके स्टालिन ने राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी एजी पेरारिवलन के लिए 30 दिन के साधारण अवकाश का आदेश बुधवार को जारी किया।