पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी फिर से हरकत शुरू कर दी है। पूर्वी लद्धाक के इलाकों में चीनी सेना अपनी ओर सैन्य अभ्यास कर रही है। चीन अपने डेप्थ इलाकों में टौंकों, सैनिकों और हथियारों को तैनात करना जारी रखे हुए हैं। जिसके बाद भीरतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। भारतीय सेना प्रमुख एम.एस. नरवणे ने कहा है कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रकते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिक हाई अलर्ट पर है।
बताते चलें कि, डेप्थ इलाके एलएसी से मजह 150 से 200 किलोमीटर की दूरी तक होते हैं। भारतीय सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे ने कहा है कि, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सैनिक हाई अलर्ट पर हैं। भारत चाहता है कि अप्रैल 2020 की यथास्थिति बहाल हो। नरवणे ने कहा कि भारत ने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि दोनों पक्षों की पारस्परिक संतुष्टि के लिए विघटन पूरा होने के बाद ही डी-एस्केलेशन पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक हाई अलर्ट पर हैं और पैंगोंग झील से हटने के बाद तैनाती कम नहीं हुई है।
सेना प्रमुख ने बताया कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में लगभग50,000 से 60,000 सैनिकों को इमिडिएट डेप्थ में तैनात किया है, इसलिए भारत ने भी डेप्थ में इती तरह की तैनाती की है। नरवणे ने यह भी कहा कि भारत चीनी पक्ष के घटनाक्रम पर नजर रख रहा है। भारत वर्तमान में एलएसी के साथ हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग जैसे अन्य विवादित बिंदुओं पर बकाया समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।