भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी एंटीगा में सलाखों के पीछे है। उसे भारत लाने के लिए भारतीय जेट डोमिनिका पहुंच गया है। एंटीगा और बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने अपने देश में एक रेडियो शो में इस बारे में बताया। एंटीगा और बारबुदा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी (Gaston Browne) ने विपक्ष पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि देश की विपक्षी पार्टी यूनाइटेड प्रोग्रेसिव पार्टी (यूपीपी) ने चुनावी फंडिंग के लिए चोकसी का साथ दिया है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, ‘मेरे प्रशासन पर मेहुल चोकसी को पनाह देने का आरोप लगाने के बाद अब वो अभियान की फंडिंग के लिए उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम चोकसी की नागिरकता को रद्द करने और उसके भारत प्रत्यर्पण को आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ हैं, ताकि वह वहां आपराधिक आरोपों का सामना कर सके (Antigua PM on Mehul Choksi)। मेरे प्रशासन के चोकसी की नागरिकता रद्द करने के फैसले के बावजूद उसकी संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा का उल्लंघन नहीं हुआ है।’ ऐसा कहा जा रहा है कि चोकसी 25 मई को देश के दक्षिणी हिस्से के रेस्त्रां में जाने के बाद से गायब था। इससे पहले यूपीपी ने ब्राउनी पर ‘कानून के शासन’ के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
दूसरी ओर चोकसी ने दावा किया है कि उसे अगवा कर डोमिनिका ले जाया गया है। एंटीगा और बारबुदा के पुलिस प्रमुख एटली रॉडने ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अपहरण का दावा केवल मेहुल चोकसी के वकील ही कर रहे हैं जबकि पुलिस के पास इसके कोई सबूत नहीं हैं (Mehul Choksi Current Status)। रॉडने ने कहा कि ये बातें केवल वकील ही कर रहे हैं और डोमिनिका की पुलिस ने भी इसकी पुष्टि नहीं की है। साथ ही चोकसी को डोमिनिका ले जाने में एंटीगा पुलिस की कोई भागीदारी नहीं है। बता दें मेहुल चोकसी भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी का मामा है। ये दोनों ही 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी हैं।
पीएनबी धोखाधड़ी मामले में आरोपी मेहुल चोकसी अपने भांजे नीरव मोदी के साथ 4 जनवरी 2018 को भारत छोड़कर भाग गया था। जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही उसने 2017 में ही कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है। दोनों के खिलाफ केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है।