कोरोना खतरे को देखते हुए CBSE, ICSE समेत कई स्टेट बोर्ड ने अपनी 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। अब यूपी बोर्ड की भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं, सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद ये फैसला लिया गया। इस बैठक में शिक्षा विभाग के उच्छ अधिकारी भी शामलि हुए थे। बैठक के बाद डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने इसका ऐलान किया।
सीएम योगी की डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करीब 30 मिनट बैठक चली। बैठक सुबह 10:30 बजे शुरू हुई और 11:00 बजे समाप्त हुई। शिक्षा बोर्ड के द्वारा तैयार की गई कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की, इसमें परीक्षा रद्द किए जाने के बाद परीक्षार्थियों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए हैं।
इस आधार पर प्रमोट किए जाएंगे छात्र
12वीं के छात्रों को भी अपनी पिछले एग्जाम्स के स्कोर के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। छात्रों को प्री-बोर्ड परीक्षा और 11वीं के फाइनल एग्जाम के मार्क्स के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। अगर प्री-बोर्ड एग्जाम नहीं दिए हैं तो 11वीं और 10वीं के एग्जाम के आधार पर छात्र प्रमोट होंगे। बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि जो छात्र बाद में परीक्षा देना चाहेंगे, उनके लिए ऐसी सुविधा होगी मगर फिलहाल वह आगे प्रमोट कर दिए जाएंगे।
बताते चलें कि, यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा के लिए 26,09,501 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई थी, 10वीं के छात्रों को 9वीं और 10वीं प्री बोर्ड में मिले अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। उसी तरह 12वीं के छात्रों को भी 11वीं में मिले अंक और 12वीं के प्री बोर्ड में मिले अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री द्वारा CBSE बोर्ड परीक्षाएं स्थगित किए जाने के बाद कई स्टेट बोर्ड 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर चुके हैं। मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, गोवा, उत्तराखंड और हरियाणा बोर्ड ने अपने 12वीं के एग्जाम रद्द कर दिए हैं।