कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच ही तीसरी लहर के भी आने का संकेत दिया जा चुका है। कई रिपोर्टों में तो यह भी दावा किया गया है कि इसमें बच्चे अधिक संक्रमित होंगे। हालांकि, कई बड़े विशेषज्ञ और वैज्ञानिकों ने इन रिपोर्टों के आने के बाद यह कहा कि ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं जिससे यह दावा किया जाय की तीसरी लहर में बच्चे अधिक संक्रमित होंगे और अगर जो बच्चें कोरोना की चपेट में आए भी तो उनमें ज्यादा खतरा नहीं होगा लिहाजा वो जल्द ही ठीक हो जाएंगे। इस बीच वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है और बच्चें के वैक्सीन को लेकर खबर आई है कि 12 से 15 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है।
दरअसल, बच्चों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए ब्रिटेन ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। ब्रिटिश सरकार ने 12 से 15 साल के बच्चों को फाइजर (Pfizer) की वैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी है। ब्रिटेन की दवा नियामक ने शुक्रवार को कहा कि, कड़ी समीक्षा के बाद यह पाया गया है कि फाइजर/बायोएनटेक की वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। बताते चलें कि, भारत में भी जल्द ही ये वैक्सीन आने वाली है इसपर सरकार लगातार कंपनियों से बात कर रही है।
यूरोपीय संघ और अमेरिका में भी इसी तरह की समीक्षा की जा चुकी हे। ब्रिटेन की मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की प्रमुख जून रेन ने कहा कि हमने बहुत ही सावधानी से 12 से 15 साल के बच्चों के क्लीनिकल ट्रायल का अध्ययन किया है। जिसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि फाइजर-बायोएनटेक की कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित व प्रभावी है। इस वैक्सीन के जोखिम से कहीं ज्यादा फायदे हैं।
यहां मिल चुकी है पहले से ही मंजूरी
बताते चलें कि, इससे पहले यूरोप में 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है। बीती 28 मई को यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने इस संबंध में घोषणा की थी। यूरोपिय संघ की दवा नियामक संस्था ने कहा था कि, इस वैक्सीन का बच्चों पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिला है। इस वैक्सीन की अच्छे ढंग से समीक्षा की गई। जिसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि इस वैक्सीन का बच्चों का पर गंभीर साइड इफेक्ट नहीं होगा। EMA की वैक्सीन रणनीति के प्रमुख मार्को कावालेरी ने कहा था ट्रायल में बच्चों पर इसके गंभीर साइड इफेक्ट नहीं दिखे हैं। इसलिए चिंता की जरूरत नहीं है।