कोरोना महमारी की वजह से पहले ही भारत में आईपीएल 2021 को रद्द करना पड़ा है और अब भारत में इस साल के अंत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर संकट मंडरा रहा है। बीसीसीआई बचे हुए आईपीएल के मैच को यूएई में आयोजित करने जा रहा है। BCCI भले ही टूर्नामेंट का आयोजन भारत में ही करवाना चाहता है लेकिन उसकी राह में दो रोड़े आ रहे हैं और इसकी वजह से बोर्ड अधिकारियों ने भी स्वीकार किया है कि टूर्नामेंट को UAE ले जाना पड़ सकता है। इसमें यूएई के तीन मैदानों के साथ ही ओमान को भी जोड़ने की संभावना है।
BCCI ने पिछले महीने ही अपने वीशेष आम बैठक में फैसला किया था कि वह ICC से टूर्नामेंट पर अंतिम फैसला लेने से पहले एक महीने का वक्त मांगेगा। 1 जून को हुई आईसीसी बोर्ड की बैठक में बीसीसीआई ने ये आग्रह किया था, जिस पर सर्वोच्च संस्था राजी हो गई थी। अब 28 जून कर BCCI को अपना फैसला सुनाना है, जिसके बाद जुलाई में ICC आयोजन स्थल पर अंतिम मुहर लगेगी।
आयोजन की राह में बाधा
भारतीय बोर्ड हर हाल में टूर्नामेंट को देश में ही आयोजित करने की काफी कोशिश कर रही है। खबरों की माने तो बोर्ड के राह में आ रही बाधा में कोरोना वायरस के अलावा टैक्स का मुद्दा भी BCCI के लिए रुकावट बन रहा है। बोर्ड के अधिकारी ने कहा है कि, इरादा ये है कि टूर्नामेंट को भारत में ही आयोजित करने के प्रयास किए जाएं, लेकिन अगर कोविड महामारी और टैक्स का मुद्दा नहीं सुलझ पाता है, तो हमें टूर्नामेंट को बाहर लेना जाना पड़ेगा। हालांकि, मेजबानी का अधिकार हमारे पास ही रहेगा।
अगर नहीं मिला टैक्स में छूट तो BCCI को बड़ा नुकसान
बताते चलें कि, टैक्स का मसला अभी तक सुलझ नहीं पाया है, ICC ने टूर्नामेंट की मेजबानी के बदले टैक्स छूट मांगी है, लेकिन बीसीसीआई अभी तक भारत सरकार से ये छूट हासिल नहीं कर पाया है। अगर टूर्नामेंट भारत में ही होता है और बीसीसीआई टैक्स छूट हासिल करने में नाकाम होता है, तो उसे आईसीसी से होने वाली कमाई में से 900 करोड़ रुपए से ज्यादा गंवाने पड़ सकते हैं।