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Covid-19: कोरोना वायरस का नया वैरिएंट पहले से ज्यादा चालाक और खतरनाक भी, तीसरी लहर में बढ़ने वाली हैं मुसीबतें!

कोरोना से खतरा अभी टला नहीं

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम होने लगे हैं, लेकिन खतरा अभी नहीं टला है। दूसरी लहर को लेकर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इसके लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार है, और इसी वैरिएंट ने दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैलाया। अब इसे लेकर केंद्र सरकार ने चेताया है कि नया वैरिएंट 2020 के मुकाबले ज्यादा चालाक हो गया है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस का नया वेरिएंट 2020 के मुकाबले ज़्यादा चालाक हो गया है। पॉल ने कहा कि दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट की भूमिका बड़ी रही, इस वैरिएंट में अतिरिक्त म्यूटेशन देखा गया है, जिसे डेल्टा प्लस कहा जा रहा है। इस स्ट्रेन की पहचान करके ग्लोबल डाटा सिस्टम को सौंपा गया है। इस स्ट्रेन को मार्च से यूरोप में देखा गया है और 13 जून को इसे सार्वजनिक किया गया। अब हमें ज्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि, हमें ज्यादा सोशल डिस्टैसिंग का पालन करना होगा। मास्क लगातार पहने रखना होगा, इसके बिना परिस्थिति फिर खराब हो सकती है।

 

संक्रमण दर में 78 प्रतिशत की गिरावट

 

वहीं, देश में कोरोना के मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि अभी देश में 9 लाख के करीब सक्रिय मामले बने हुए हैं। 20 राज्यों में 5,000 से कम सक्रिय मामले हैं। अन्य राज्यों में भी सक्रिय मामलों में कमी आ रही है,रिकवरी दर भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में देश में 1,17,525 रिकवरी हुई है।

कोरोना जंग में वैक्सीन एक अतिरिक्त हथियार

इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि, अब तक देश में कुल 26 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी है। लव अग्रवाल ने कहा कि 'कोविड संक्रमण के खिलाफ वैक्सीन एक अतिरिक्त हथियार के तौर पर है। मैं सभी से कहूंगा कि वे साफ सफाई का ध्यान रखें और कोविड व्यवहार का पालन करें। मास्क पहने और सोशल डिस्टैंसिंग अपनाएं, जितना संभव हो यात्रा से बचें।