पाकिस्तान में एक बार फिर एक मौलाना के खिलाफ लाहौर की पुलिस ने एक स्टूडेंट के साथ जबरन सेक्स का मुकदमा दर्ज किया है। अभी तक इस बहशी मौलाना की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मामला उजागर होने के बाद लाहौर के पत्रकारों और समाजिक संगठनों ने धार्मिक निकायों की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यहां एक वीडियो वायरल हुआ था। इसी वीडियो के आधार पर पुलिस ने जमात उलेमा-ए-इस्लाम-फजल्स के मुफ्ती अजीज उर रहमान पर 377 और 506 के तहत केस दर्ज किया है।
इसके बाद एक वीडियो मैसेज के जरिए मुफ्ती रहमान ने अपने निर्दोष होने का दावा भी किया था। उन्होंने दावा किया था कि वीडियो में जो लड़का नजर आ रहा है उसने उन्हें धोखे से ड्रग्स दे दिया था जिसके बाद वो होश में नहीं थे। इस घटना के बाद से गुरुवार को पाकिस्तान में ट्विटर पर #muftiazizurrehman ट्रेंड कर रहा था। कई ट्विटर यूजर्स ने अजीजुर रहमान की निंदा करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पाकिस्तान के पत्रकार मुबशिर ज़ैदी ने कहा कि इस मामले में भले ही पुलिस ने मुफ्ती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन पीड़ित लड़के की जिंदगी अभी भी खतरे में है। पाकिस्तान के एक रिसर्चर अम्मार राशिद ने कहा है कि 'पीड़ित लड़के को मुफ्ती के गुंडे धमकी दे रहे हैं। मुफ्ती को न्याय के कटघरे में खड़ा करना इतना आसान नहीं है। सरकार को चाहिए कि वो लड़के को ढूंढे और उसे सुरक्षा प्रदान करे।'
एक अन्य पत्रकार ज़रार खुराहो ने कहा है कि 'याद करिए जैसे ही किसी गड़बड़ी की आशंका होती है उलेमा और अन्य धार्मिक पार्टियां रैली करने लगते हैं।' पाकिस्तानी एक्टिविस्ट उसामा खिल्जी ने कहा है कि 'हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें यह भी देखना पड़ेगा कि एक लड़के के साथ गलत करने के बाद एक मुफ्ती किस तरह खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।'
पीड़ित की तरफ से जो एफआईआर दर्ज कराई गई है उसमें कहा गया है कि 'उसने साल 2013 में जामिया मंजरूल इस्लामिया में दाखिला लिया था। लड़के मुताबिक परीक्षा के दौरान मुफ्ती ने उसपर और अन्य लड़के पर परीक्षा में चोरी का आरोप लगाया था। लेकिन परीक्षा की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग हुई थी। जिसके बाद सच सामने आने पर मंजरूल इस्लामिया ने मुफ्ती रहमान को हटा दिया था जिसके बाद से वो काफी नाराज थे। लड़के के मुताबिक अब मुफ्ती और उनके बेटे उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं।