पटना और बारिश का पानी का संबंध काफी पुराना है। हर मॉनसून में बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव होता है। पटना में शुक्रवार की रात जमकर बारिश हुई। इस बारिश के बाद पटना शहर पानी-पानी हो गया है। यहीं नहीं विधानसभा परिसर में करीबन डेढ़ से दो फीट तक पानी जमा है। वहीं शहर के कई अन्य इलाकों में भी सड़कों पर नदी-नालों सा नजारा देखने को मिल रहा है।
पटना शहर के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विधानसभा परिसर में प्रवेश करने वाले रास्ते पर पानी भरा है। आलम यह है कि बिहार की डिप्टी और आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी के आवास पर भी 25 जून की रात हुई भारी बारिश से आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। सूबे की संसद विधानसभा परिसर और डिप्टी सीएम का आवास ही नहीं, पटना का अस्पताल और कई अन्य इलाके भी बारिश के पानी के कारण टापू में तब्दील हो चुके हैं। पटना शहर के कंकड़बाग, अशोकनगर, राजवंशीनगर, बेउर, चिरैयाटांड पुल के आसपास के इलाकों के साथ ही मीठापुर बस स्टैंड और उसके आसपास भी जलजमाव हुआ है।
पटना को बारिश से निजात अभी मिलती नहीं दिख रही। मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने मॉनसून के समय इस तरह की बारिश को आम बताया। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे में पटना और प्रदेश के अन्य इलाकों में भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम वैज्ञानिकों ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल, लोगों को बारिश से निजात मिलती नहीं नजर आ रही।